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डॉ. सतीश को मिलेगा एक और सम्मान

र मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। डॉ. सतीश आर्य आइटीआइ परिसर में स्थित डीएवी इंटर कॉलेज के शिक्षक पद पर तैनात हैं। उनका शुरू से ही कवि सम्मलेनों में रूझान रहा और उसी रुझान के चलते बड़े-बड़े मंचों पर

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 10:52 PM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 06:26 AM (IST)
डॉ. सतीश को मिलेगा एक और सम्मान
डॉ. सतीश को मिलेगा एक और सम्मान

गोंडा : कस्बे से सटे ग्राम भिटौरा में जन्मे अवधी के सुप्रसिद्ध रचनाकार डॉ. सतीश आर्य को अगले माह लखनऊ के हिदी संस्थान सम्मानित किया जाएगा। यह खबर मिलते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई।

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डॉ. सतीश आइटीआइ परिसर में स्थित डीएवी इंटर कॉलेज के शिक्षक पद पर तैनात हैं। उनका शुरू से ही कवि सम्मेलनों में रुझान रहा और इसी के चलते बड़े-बड़े मंचों पर प्रतिभाग किया। उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें अवधी कृति महुआरी के लिए उत्तर प्रदेश हिदी संस्थान ने बंशीधर शुक्ल सर्जना पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। अब तक उनकी कृतियां महुआ वृक्ष तले, दोऊ अंखियन की पुतली भई हिदी, छंद की छांव प्रकाशित हो चुकी है। इनकी रचना पर ग्वालियर विश्वविद्यालय से डॉ. शुभा श्रीवास्तव व कानपुर विश्वविद्यालय से डॉ. निधि कश्यप को पीएचडी की उपाधि मिल चुकी है।

आर्य की रचनाएं कई समाचार पत्रों व पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके छंद व गीत देश के बड़े-बड़े मंचों पर सराहे गए हैं। दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर डॉ. सतीश आर्य को कई बार विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।


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