खुले में शौच से मुक्ति मांग रही 'आधी-आबादी'
गोंडा : अंग्रेजों से आजादी मिले सात दशक बीत गए, लेकिन खुले में शौच से मुक्ति कब मिलेगी? यह सवा
गोंडा : अंग्रेजों से आजादी मिले सात दशक बीत गए, लेकिन खुले में शौच से मुक्ति कब मिलेगी? यह सवाल सभी की जुबान पर भले ही हो, लेकिन ठोस जवाब किसी के पास नहीं है। वैसे, प्रधानमंत्री ने 2 अक्टूबर 2019 तक देश व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2 अक्टूबर 2018 तक प्रदेश को खुले में शौचमुक्त बनाने का संकल्प लिया है। तीन वर्ष पहले शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के संचालन पर गौर करें तो पीएम व सीएम का सपना निर्धारित अवधि में कोई बड़ा चमत्कार ही पूरा कर सकता है। जिले में 4.96 लाख परिवार हैं, जिसमें से सिर्फ 2.16 लाख घरों में ही शौचालय की सुविधा है। अभी भी 2.79 लाख घरों में शौचालय नहीं है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सिर्फ 87215 यूनिट शौचालय बन सके हैं। जिले के 1821 राजस्व गांवों में 101 गांव खुले में शौचमुक्त हो सके हैं। रविवार को विश्व शौचालय दिवस है, ऐसे में सभी को संकल्प लेकर स्वच्छता अभियान बढ़ाने के लिए आगे आना चाहिए।
शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित कर रही बिटिया
धानेपुर : मुजेहना ब्लॉक की ग्राम पंचायत रुद्रगढ़ नौसी के मजरा
पंड़ितपुरवा निवासी दिनेश कुमार पांड़ेय की बिटिया फूलकुमारी पांड़ेय ऊर्फ जूली आसपास के गांवों में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक कर रही है। जूली गांव के बेटियों की टोली बनाकर घूम-घूमकर शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित कर रही है। अभियान में भाई हर्षित व अर्पित, बहन रोशनी तथा सहेलियो रोहिनी, कीर्ति, सीमा, सुधा, पूजा, काजल, मन्ना, चांदनी, सुषमा आदि सहयोग कर रहीं हैं। टीम इसके बाद शौचालय बनवाने वाले लोगो को गड्ढे खोदने मे सहयोग करती है।
इनसेट
तीन साल में कहां कितने बने शौचालय- स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बीते तीन वर्ष में 87215 शौचालयों का निर्माण हुआ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बभनजोत में 5067, बेलसर 5443, छपिया 6055, कर्नलगंज 5654, हलधरमऊ 5093, इटियाथोक 6842, झंझरी 7914, कटराबाजार 4123, मनकापुर 5554, मुजेहना 4652, नवाबगंज 3834, पंडरीकृपाल 3152, परसपुर 6554, रुपईडीह 5787, तरबगंज 7430, वजीरगंज ब्लॉक में 4061 शौचालय बने हैं।
इनसेट-विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर सभी ब्लॉकों के बीडीओ व एडीओ पंचायत को ओडीएफ के नजदीकी गांव में स्वच्छता गोष्ठी के साथ ही जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। गोष्ठी में सभी परिवारों को आमंत्रित करने को कहा गया है।
-दिव्या मित्तल, सीडीओ गोंडा।