डीपीआरओ के फर्जी हस्ताक्षर व मुहर से सफाई कर्मी बन गया गारंटर
वरुण यादव, गोंडा : पंचायतीराज विभाग में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां तैनात एक सफाईकर्मी ने अ
वरुण यादव, गोंडा : पंचायतीराज विभाग में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां तैनात एक सफाईकर्मी ने अपने करीबी को कानपुर की एक कंपनी से 25 लाख रुपये का लोन दिलाने के लिए बड़ा फर्जीवाड़ा कर डाला। कर्मी अंडरटे¨कग बांड पर डीपीआरओ का फर्जी हस्ताक्षर व मुहर लगाकर लोन का गारंटर बन गया। बड़ी रकम होने के कारण जब कंपनी ने बांड सत्यापन के लिए डीपीआरओ कार्यालय भेजा तो इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ।
कर्नलगंज के राजस्व ग्राम भुलियापुर में सफाई कर्मचारी के पद पर यशवंत लाल की तैनाती है। बताया गया कि कोनहटा के निवासी रामप्रवेश ने स्पार्कल अर्थ इंफास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, कानपुर नगर से गत वर्ष दिसंबर में निर्माण कार्य के लिए 25 लाख रुपये लोन के लिए आवेदन किया था। ऋण की अदायगी के लिए बतौर गारंटर सफाईकर्मी यशवंत लाल ने अंडरटे¨कग बांड भरा था। सरकारी सेवा व लोन की धनराशि बतौर जमानतदार प्रमाणित करने के लिए बांड पर डीपीआरओ का हस्ताक्षर भ्ज्ञी थे। साथ ही मुहर भी लगाई गई थी। लोन की धनराशि अधिक होने के कारण संबंधित संस्था ने अंडरटे¨कग बांड सत्यापन के लिए डीपीआरओ कार्यालय भेजा था। बांड पर फर्जी हस्ताक्षर देखकर डीपीआरओ घनश्याम सागर अवाक रह गए। कर्मचारियों से जानकारी करने पर हस्ताक्षर संबंधी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। डीपीआरओ ने बताया कि फर्जी हस्ताक्षर बनाकर अंडरटे¨कग बांड भरने के आरोप में संबंधित कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामले की विभागीय जांच एडीओ पंचायत परसपुर को सौंपी गई है। वहीं, संबंधित संस्था को पत्र भेजकर हस्ताक्षर व मुहर फर्जी होने की जानकारी देने के साथ ही बांड के आधार पर लोन के लिए गारंटर बनने से इन्कार कर दिया है।