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    बहन की शादी से पहले दिव्यांग भाई की पीटकर की निर्मम हत्या, घर में डोली से पहले उठ गई अर्थी

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 04:17 PM (IST)

    गोंडा में एक दुखद घटना घटी, जहाँ एक बहन की शादी से पहले उसके दिव्यांग भाई की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। खुशियों का माहौल मातम में बदल गया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।

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    खेत में तार लगाने के विवाद में दिव्यांग की पीटकर हत्या।

    संवाद सूत्र, हलधरमऊ/कर्नलगंत (गोंडा)। खेत में तार लगाने के दौरान हुए विवाद में एक दिव्यांग युवक की पीटकर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दो महिला समेत छह आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा किया है। गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।

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    पतिसा गांव निवासी हबीबुल ने दी गई तहरीर में कहा कि शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे गांव से बाहर खेत में तार लगाने के लिए अपनी बिटिया के साथ बल्ली लगा रहे थे।

    विपक्षी गांव के कासिम, उनकी पत्नी फूलजहां, हाफिज, सन्नो, जलील व मुबारक आ गए और तू-तू, मैं-मैं करते हुए बिटिया सैफुन को मारने पीटने लगे। वह बेटी को बचाने दौड़े और शोर मचाया।

    सूचना पाकर उनका भतीजा माजिद उर्फ कालू व महफूज बाइक से वहां पहुंचे और बीच बराव कराने लगे। माजिद के सीने व पेट में बल्ली से मारा गया जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गया। उसे स्कॉर्पियो से कर्नलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया।

    उसे अस्पताल ले जाने की तैयारी कर रहे थे तबतक मौत हो गई। मां रफीका, बुआ साबरुन दहाड़े मार मारकर रोने चलने लगी। कोतवाल तेज प्रताप सिंह ने बताया कि छह आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा किया गया है। दो आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

    बहन की डोली उठने से पहले भाई की उठ गई अर्थी

    मृतक माजिद की छोटी बहन रोशनी की 24 नवंबर को गोंडा से शादी तय थी जिसकी तैयारियां जोर-शोर से चल रही थी। बहन रोशनी का रो रो कर हाल बेहाल है। वह अर्धविक्षिप्त सी हो रही है रह रहकर गिर पड़ती उठते ही बोलती है ओ हमार भैय्या हमरे डोलिया उठय से पहिले ही चलि दिहव,भाई तू अर्थी पर कैसय चलि दिहव।

    उसकी रुलाई देखकर हर कोई द्रवित होता है। मृतक के पिता अनीस की करीब दस वर्ष पहले मौत हो चुकी है। मां रफीका का पैर चोटहिल है। एक भाई अजीज है वह भी कमर के नीचे से दिव्यांग है। तीसरा भाई महफूज कान से कम सुनता है।

    समय से आती 112 तो नहीं बढ़ता बवाल

    मृतक की चचेरी बहन नीशा ने बताया जब बवाल होने लगा तो तुरंत डायल 112 पर सूचना दी गई लेकिन वह इतनी देर में आई की तब तक सब कुछ हो गया था। अगर समय से आती तो हो सकता था कि बवाल टल जाता। उसके भाई की हत्या न होती।