मेहनत के दम पर बेटियां बन गई सिर का ताज
बालिकाओं को अवसर दें तो वह बालकों से कमतर नहीं हैं
गोंडा : बेटियां बेटों से कम नहीं हैं। उनको अवसर मिले तो कुछ भी कर सकती हैं। यह साबित किया है बेलसर के खरौरा निवासी देवाश्री उपाध्याय व भाग्यश्री उपाध्याय ने। मेहनत के दम पर बेटियां पिता अविनाश व मां सुषमा उपाध्याय के सर का ताज बन गई हैं। इतना ही नहीं, यूपी बोर्ड परीक्षा में टॉप करके जिले को गौरवान्वित किया है।
सुषमा की दो बेटियां हैं। वह बताते हैं कि बेटियों ने कभी पुत्र की कमी नहीं महसूस होने दी। वर्ष 2018 की बोर्ड परीक्षा में देवाश्री ने जिले में टॉप किया। वर्तमान में वह बैचलर ऑफ फिजिकल एंड स्पोर्ट्स का कोर्स कर रहीं हैं। वहीं दूसरी बेटी भाग्यश्री उपाध्याय ने 2017 में हाईस्कूल में जिला टॉप किया। वर्ष 2019 में बेटी ने प्रदेश में दूसरा स्थान हासिल करके जिले का नाम रोशन किया। वह बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की छात्रा हैं। वह आइपीएस बनकर सेवा करना चाहती हैं। मेहनत के दम बेटियां गौरवान्वित कर रही हैं। परिवार के साथ ही रिश्तेदार सभी उन पर गर्व कर रहे हैं। यह समाज को आइना दिखा रही हैं कि बालिकाओं को अवसर दें तो वह बालकों से कमतर नहीं हैं लेकिन, सोच बदलने की जरूरत है।
बेटियों ने किया गौरवान्वित
- पिता अविनाश उपाध्याय कहते हैं कि बेटियां ने गौरवान्वित किया है। वह किसी से कम नहीं हैं। दोनों बेटियों की वजह से उनका सम्मान बढ़ा है।