दादा-काका की कॉमेडी कर हीरो बने रमेशवा
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गोंडा : गांव की गलियों में घूमते हुए जोर-जोर से गाना। घर से लेकर स्कूल व कॉलेज में मित्रों को कॉमेडी करके हंसाना। यह रमेश दुबे (अब रमेशवा) को बहुत भाता था। घर के लोग नापसंद करते थे, लेकिन अब रमेश की इसी प्रतिभा ने पूरे गांव का नाम रोशन किया है। हलधरमऊ के परसा महेसी गांव निवासी रमेश सास-बहू, दादा-काका की कॉमेडी को लेकर इंटरनेट पर छा गए हैं। अब घर के साथ ही नाते रिश्तेदार के लोग उन पर गर्व करते हैं। उन्हें फिल्म के साथ ही स्टेज शो के लिए ऑफर मिल रहे हैं। रमेशवा का पढ़ाई में मन नहीं लगता था। 12वीं तक पढ़ाई की। उसके बाद अभिनय की बरीकी सीखने के लिए भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ में दाखिला लिया। इसी के साथ 2010 से स्टेज शो करने लगे। शुरुआत में भोजपुरी में एलबम निकालते थे। कई गाने भी गाए लेकिन, अब अवधी में कॉमेडी करते हैं। यूट्यूब, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम व ट्वीटर साथ कई अन्य सोशल साइट पर उनके वीडियो खूब देखे व शेयर किए जा रहे हैं।
गांव में मिली सफलता की सीख
रमेशवा गांव में रहते हैं। ऐसे में रोज ग्रामीण परिवेश की दिनचर्चा में कहीं सास-बहू की नोकझोंक होती है तो कहीं काका-दादा की पीड़ा है। उन्हें इसमें कामयाबी का रास्ता नजर आया। इस दिनचर्चा को पर्दे पर दिखाने का प्लान बनाया। 29 नवंबर 2017 को अपनी बेटी उन्नति के नाम से उन्नति फिल्म्स हाउस से यूट्यूब चैनल शुरू किया। देखते ही देखते यह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। युवाओं को उनकी कॉमेडी खूब भा रही है।
अवधी को चुना कॉमेडी की भाषा
वैसे रमेशवा ने शुरुआत भोजपुरी से की थी लेकिन, आत्मसंतुष्टि नहीं मिली। माटी के प्रति उनका लगाव था जिसके चलते कॉमेडी की भाषा के रूप में अवधी को चुना। वह अपनी भाषा में कॉमेडी करते हैं, जिसे इंटरनेट पर खूब पसंद किया जा रहा है।