स्वच्छता अपनाइए, गोंडा को नंबर वन बनाइए
गोंडा : गंदगी का दाग मिटाने का एक मौका और भी आपके पास है। अब थोड़ी सा सहयोग व व्यवहार
गोंडा : गंदगी का दाग मिटाने का एक मौका और भी आपके पास है। अब थोड़ी सा सहयोग व व्यवहार में परिवर्तन करके देश में गोंडा की इज्जत को बढ़ा सकते हैं। ये जिम्मेदारी अब शहर नहीं बल्कि गांव में रहने वाली जनता को उठानी पड़ेगी। भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 कराने का फैसला किया है। एक अगस्त से 30 अगस्त चलने वाले सर्वेक्षण में केंद्रीय टीम गांवों का दौरा करके स्वच्छता का आंकलन करेगी। सर्वेक्षण के लिए प्रत्येक जिले के 100 अंक तय किए गए हैं। 30 फीसदी वेटेज प्रत्यक्ष निरीक्षण, 35 प्रतिशत सर्विस लेवल व 35 प्रतिशत नागरिकों के फीडबैक पर वेटेज दिया जाएगा। जन जागरूकता के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिले के प्रभारी मंत्री एक अगस्त को स्वच्छ सर्वेक्षण का औपचारिक शुभारंभ करेंगे। डीपीआरओ घनश्याम सागर ने बताया कि सर्वेक्षण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
सैंप¨लग की क्या है प्रक्रिया
-इस सर्वेक्षण में प्रदेश के सभी जिलों की 750 ग्रामों व 3750 सार्वजनिक स्थानों का सर्वेक्षण होगा। ग्राम की सैंप¨लग पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा तीन जुलाई तक उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर की जाएगी। सबसे पहले प्रत्येक जिले को परिवारों की संख्या के आधार पर आरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाएगा। समस्त ग्रामों की सैपं¨लग जिले में परिवारों की संख्या के अनुपात में की जाएगी। चयनित जिले में कम से कम सात व अधिकतम 16 ग्रामों को सर्वेक्षण में शामिल किया जाएगा।
यहां होगा निरीक्षण
-विद्यालय
-आंगनबाड़ी केंद्र
-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
-हाट बाजार
-धार्मिक स्थल
-पंचायत भवन
-अन्य महत्वपूर्ण स्थल
ये ¨बदु होंगे खास
-शौचालय की उपलब्धता
-शौचालय का उपयोग
-सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा-करकट की स्थिति
-गांव में जलभराव की स्थिति
-ग्राम में सामान्य साफ-सफाई की स्थिति
-ठोस अपशिष्ट के सुरक्षित निस्तारण के लिए किए जा रहे उपाय
-ठोस एवं द्रव्य अपशिष्ट प्रबंधन में इनोवेशन
पब्लिक से लिया जाएगा फीडबैक
-स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर गांव में समूह बैठकों का आयोजन करके टीम सामान्य नागरिकों से जागरूकता, गांव में साफ-सफाई में सुधार के साथ ही ठोस एवं तरल अपशिष्ट के सुरक्षित निस्तारण में की गई व्यवस्था का आंकलन किया जाएगा। गांव के प्रबुद्ध जन ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, स्वच्छाग्रही, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एएनएम, आशा और स्कूल अध्यापक का साक्षात्कार लिया जाएगा। इसके अलावा एप विकसित करके ऑनलाइन फीडबैक लेकर आंकलन होगा। इसके अलावा सर्विस लेवल प्रगति का भी मूल्यांकन होगा।
प्रभारी मंत्री करेंगे औपचारिक शुभारंभ
- स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के तहत जिले से लेकर ग्राम स्तर तक गतिविधियां होंगी। एक अगस्त से 30 अगस्त तक चलने वाले सर्वेक्षण का औपचारिक शुभारंभ जिले के प्रभारी मंत्री करेंगे। खंड विकास अधिकारियों की बैठक के साथ ही कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रचार-प्रसार, स्थानीय हस्तियों को चिन्हित करके सर्वेक्षण से जोड़ना, स्वच्छता रथ, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली शो, पोस्टर, वॉल पें¨टग, स्वच्छता रैली व सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी जाएगी।