अब अधीक्षक करेंगे एंबुलेंस सुविधाओं की जांच
गोंडा: समय से एंबुलेंस की सुविधा न मिलने व एंबुलेंस में आवश्यक उपकरणों की कमी का मामला अ
गोंडा: समय से एंबुलेंस की सुविधा न मिलने व एंबुलेंस में आवश्यक उपकरणों की कमी का मामला आए दिन सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य महकमे ने सुविधाओं को पटरी पर लाने के लिए उनकी मानीट¨रग तेज कर दी है। इसके तहत एक नया प्रारूप विकसित किया गया है, जिसके आधार पर सुविधाओं का सत्यापन किया जाएगा।
जिले में कुल 67 एंबुलेंस संचालित हैं। इनमें से पांच खराब हैं। साथ ही किसी एंबुलेंस में ऑक्सीजन का अभाव दिख रहा है तो किसी में अन्य सुविधाओं का। पिछले दिनों एंबुलेंस की पड़ताल में आवश्यक दवाओं की जांच की गई थी, जिसमें एक्सपायर दवाएं निकलकर सामने आई थीं। इसके बाद इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी गई थी। शासन ने अब एंबुलेंस की सेवाओं की हर माह जांच कराने का निर्णय लिया है। एंबुलेंस सेवाओं में का सत्यापन जिला अस्पताल स्तर पर सीएमएस व सीएचसी स्तर पर अधीक्षक करेंगे।
जिम्मेदार के बोल
-सीएमओ डॉ. एसके श्रीवास्तव का कहना है कि एंबुलेंस सेवाओं की बेहतरी के लिए यह आदेश दिए गए हैं। इसके क्रम में सत्यापन करने की जिम्मेदारी अधीक्षकों को सौंपी गयी है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।