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सोशल मीडिया को बनाया हथियार, मजबूत हुई नेकी की दीवार

गोंडा: सर्दी हो या गर्मी, गरीबों को तन ढंकने के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए पालिका प्रशास

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 10:52 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 10:52 PM (IST)
सोशल मीडिया को बनाया हथियार, मजबूत हुई नेकी की दीवार
सोशल मीडिया को बनाया हथियार, मजबूत हुई नेकी की दीवार

गोंडा: सर्दी हो या गर्मी, गरीबों को तन ढंकने के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए पालिका प्रशासन ने पिछले साल फव्वारा चौराहे पर बनवाई गई नेकी की दीवार को एक नये आकार में लाने की पहल शुरू की है। इसके लिए सोशल मीडिया के माध्यम से आम शहरियों से अपील की जा रही है कि जो आपके पास अधिक हो यहां छोड़ जाएं, जो आपकी जरूरत का हो उसको ले जाएं।

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वर्ष 2017 में तत्कालीन डीएम जेबी ¨सह व ईओ नगर पालिका स्वर्ण ¨सह के प्रयास से पालिका प्रशासन ने नेकी की दीवार का निर्माण कराया था। इसमें सुविधा संपन्न लोग अपने घरों से निष्प्रयोज्य वस्त्र यहां पर डाल जाते थे, जो गरीबों के काम आता था। धीरे-धीरे सोच बदली तो लोगों ने उपयोग करके खराब व फटे हुए कपड़े यहां पर डालने शुरू कर दिए। इसके साथ ही यहां पर गंदगी भी हो गयी थी। जिससे गरीब यहां से कपड़े लेकर नहीं जा रहे थे।

इस तरह हुई पहल

- नगर पालिकाध्यक्ष उजमा राशिद शहर के फव्वारा चौराहे का निरीक्षण करने पहुंचीं तो उनकी नजर नेकी की दीवार पर पड़ी। इसके बाद उन्होंने अभियान चलाकर यहां पर साफ सफाई कराई। साथ ही फेसबुक के माध्यम से शहरियों से अपील किया कि यहां पर वही कपड़े रखें जो पहनने लायक हों। इसके बाद आम शहरी आगे आकर यहां पर कपड़े डालने लगे। पालिकाध्यक्ष ने कुछ ऐसे लोगों को नसीहत भी दी जो यहां पर घर का कचरा लाकर डाल जाते हैं। उनसे मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि नेकी की दीवार को कूड़ेदान न समझा जाए।


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