ज्ञान की रोशनी देने वाले दिखाएंगे कॅरियर की राह
गोंडा माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र अक्सर उहापोह की स्थिति में रहते हैं। खासकर
गोंडा : माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र अक्सर उहापोह की स्थिति में रहते हैं। खासकर इंटरमीडिएट के छात्रों को भविष्य की धुंधली तस्वीर परेशान करती है। ऐसे में उनको मार्गदर्शक की जरूरत होती है, जो उन्हें सही राह दिखा सके। माध्यमिक शिक्षा विभाग की एक पहल छात्रों की राह आसान कर रही है। ज्ञान की रोशनी देने वाले गुरु जी कॅरियर काउंसलर बनकर कॅरियर की राह भी दिखा रहे हैं।
इसी पहल के तहत 65 राजकीय व एडेड स्कूलों में कॅरियर काउंसलर इकाई का गठन किया गया है। अध्यापक कॅरियर काउंसलर बनकर छात्रों की काउंसिलिग करते हैं। उनकी उलझनों को दूर कर भविष्य के लिए रास्ता खोजने में मदद करते हैं। यह सब मुफ्त में होता है। विद्यार्थी से किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता है। जरूरत पड़ने पर अभिभावकों को बच्चे की रूचि बताकर उसे मनपसंद फील्ड चुनने का अधिकार देने के लिए तैयार किया जाता है। ऐसे होती है काउंसिलिग
- राजकीय इंटर कॉलेज में कॅरियर काउंसलर इकाई का गठित है। कई अन्य स्कूलों में भी तीन से चार अध्यापकों की एक टीम इसमें लगी है। इस टीम के सदस्य छात्रों पर नजर रखते हैं। क्लास में यदि कोई विद्यार्थी परेशान नजर आया तो उससे उसकी परेशानी पूछी जाती है। घर पर पढ़ाई के माहौल से लेकर नशा व विवाद को लेकर जानकारी ली जाती है और उसकी समस्या का कराया जाता है। उसे रोचक किस्से बताए जाते हैं। कई बार सजीव चरित्र के विषय में बताकर संतुष्ट किया जाता है। मां-पिता को देते हैं जानकारी
- शिक्षक छात्र के विषय में जानते हैं। उनको उसके सीखने की क्षमता, विषय में रुचि आदि की जानकारी होती है। ऐसे में उसकी रुचि के हिसाब से विषय लेने में इकाई मदद करती है। अभिभावकों को विद्यालय बुलाकर समझाया जाता है। उनको बच्चे पर अपनी इच्छाएं न थोपने को प्रोत्साहित किया जाता है।
वर्जन-
- स्कूलों में कॅरियर काउंसलर का गठन कराया गया है। शिक्षक छात्रों को विद्यालय से पास होने के बाद आगे की पढ़ाई के विषय में मार्गदर्शन करते हैं। नए-नए कोर्स के विषय में जानकारी देते हैं।
- अनूप कुमार, डीआइओएस