चीनी मिलों ने खड़े किए हाथ, फंसा गन्ना सर्वे
गोंडा : गन्ना विभाग द्वारा चीनी मिलों के माध्यम से शुरू कराए गए गन्ना सर्वेक्षण का काम ठप हो ग
गोंडा : गन्ना विभाग द्वारा चीनी मिलों के माध्यम से शुरू कराए गए गन्ना सर्वेक्षण का काम ठप हो गया है। बलरामपुर ग्रुप की चीनी मिलों के कर्मियों ने चीनी की कीमतों में आई गिरावट के साथ ही आर्थिक संकट का हवाला देते हुए गन्ना सर्वे के साथ ही निर्वाचन कार्य से हाथ खड़े कर लिए हैं। जिससे गन्ना सर्वेक्षण बंद हो गया है। फिलहाल, अफसर समस्या का समाधान जल्द कराने की बात कह रहे हैं।
नकदी फसल के रूप में किसान गन्ने की खेती करते हैं। खेतों में बोई गई फसलों का सर्वे कराने के लिए गन्ना विभाग ने चीनी मिल व गन्ना विभाग के कर्मचारियों की टीम बनाई थी। सर्वे का कार्य बीते एक मई को शुरु भी कर दिया गया था। एक पखवारे तक चले सर्वे के बाद बलरामपुर ग्रुप की चीनी मिलों ने सर्वे कार्य से हाथ खड़े कर लिए हैं। चीनी मिल ने अफसरों को भेजे गए पत्र में कहा है कि चीनी उद्योग वर्तमान में चीनी के दामों में लगातार गिरावट के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। चीनी मिल संघ ने यह भी अवगत कराया है कि आगामी सत्र में भी चीनी मूल्य में सुधार की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में मिल कर्मचारी गन्ना सर्वे व अन्य गतिविधियों में भाग लेने में असमर्थ हैं। चीनी मिलों ने पत्र भेजने के बाद गन्ना सर्वे का कार्य बंद कर दिया है। जिले में बजाज ग्रुप की कुंदुरखी चीनी मिल ही सर्वे करा रही है। जबकि दतौली, मैजापुर, बभनान, मसौधा, रौजा व बलरामपुर चीनी मिलों का सर्वे नहीं हो पा रहा है। गन्ना सर्वे न होने पर किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
चीनी के मूल्य में कमी का हवाला देते हुए बलरामपुर ग्रुप की चीनी मिलों ने सर्वे कार्य बंद कर दिया है। जिले में सिर्फ कुंदुरुखी चीनी मिल सर्वे करा रही है। समस्या के समाधान को लेकर प्रमुख सचिव ने 26 मई को बैठक बुलाई है। उम्मीद है कि समस्या का समाधान हो जाएगा।
-पीएन ¨सह, जिला गन्ना अधिकारी गोंडा।