प्रवासियों को मिलेगा आयुष 64 का डोज, गांवों में बांटा जा रहा काढ़ा
कोरोना को मात देने के लिए शुरू हुई तैयारी क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंचेगी टीम आयुर्वेदिक चिकित्सकों के माध्यम से बढ़ाई जाएगी निगरानी बनी रणनीति
गोंडा: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए अब प्रवासियों की सेहत का ख्याल रखा जा रहा है। जिले में क्वारंटाइन सेंटर या होम क्वारंटाइन वाले प्रवासियों को आयुर्वेदिक विभाग आयुष 64 का डोज देगा। इसके जरिए उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास किया जाएगा। साथ ही आड़ू तेल उनकी नाक में डाला जाएगा, जिससे कोरोना के वायरस को समाप्त किया जा सके। इसके अतिरिक्त अगस्त्य हरितिका भी इन प्रवासियों को दिया जाएगा, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता को और मजबूत किया जा सके। इसके लिए जिले के सभी आयुर्वेदिक अस्पतालों में यह दवाएं उपलब्ध कराएंगी। अब डॉक्टर ग्राम प्रधान व निगरानी समितियों के सदस्यों के साथ इन सेंटरों पर पहुंचकर प्रवासियों को यह दवाएं देंगे।
जिले में मुंबई, दिल्ली व सूरत जैसे शहरों से अब तक एक लाख 15 हजार लोग घर आ गए हैं। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करने के लिए आयुर्वेदिक विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि दवाएं आ गई हैं, इसे प्रवासियों तक पहुंचाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
शुरू किया गया अभियान
- एससीपीएम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिपल ने हारीपुर गांव में घर-घर काढ़ा वितरण किया। निदेशक अलका पांडेय ने बताया कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तुलसी, दालचीनी, सोंठ, कालीमिर्च जैसी औषधियों से बना आयुष काढ़ा पाउडर लोगों को दिया जा रहा है। जिससे लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास किया जा सके।