बुखार से एक और बालिका की मौत
गोंडा: मौसम में हो रहे बदलाव के कारण उल्टी दस्त के साथ ही बुखार का कहर भी बढ़ता जा
गोंडा: मौसम में हो रहे बदलाव के कारण उल्टी दस्त के साथ ही बुखार का कहर भी बढ़ता जा रहा है। रविवार को जिला अस्पताल में बुखार से बीमार एक डेढ़ वर्षीय बालिका की उपचार के दौरान मौत हो गई। यहां पर एक दर्जन अन्य बच्चे बुखार व अन्य मौसम जनित बीमारियों के भर्ती हैं। इनका उपचार किया जा रहा है। इसके लिए अलग से चिकित्सकों की टीमें लगाई गई हैं।
रविवार की सुबह बिरवा बभनी गांव के शिव शंकर ने अपनी डेढ़ वर्षीय बेटी रागिनी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। वह तेज बुखार से बीमार थी। उसे उल्टी भी आ रही थी। भर्ती होने के बाद उसका उपचार शुरू किया गया लेकिन कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में प्रीती, रंजना, रोहित, सुनील, अंकुर, अनुप्रिया, मानुषी सहित एक दर्जन बच्चे भर्ती कराए गए हैं। इनका उपचार किया जा रहा है। चिल्ड्रेन वार्ड फुल होने से मरीजों को हड्डी वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। इससे पहले एक पखवारे में बुखार से तीन अन्य की मौत हो चुकी है।
बरतें सावधानी : बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वीसी गुप्ता का कहना है कि इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। बच्चों को अगर कहीं पर कोई दिक्कत आ रही है तो तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। साथ ही तेज बुखार होने पर उनके सिर पर पट्टी रखें। साफ पानी पिलाएं।
सेवाओं पर लगाई रोक : महिला अस्पताल में सेवा प्रदाता से काम कर रहे उन कर्मियों की सेवा पर रोक लगा दी गई है, जिनका अनुबंध 30 सितंबर तक ही था। इन कर्मियों को नवीनीकरण कराने को कहा गया है। कर्मियों का कहना है कि वह छह माह से काम कर रहे हैँ लेकिन अभी तक उन्हें मानदेय भी नहीं दिया गया है। सीएमएस डॉ. एपी मिश्र का कहना है कि नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।