एक दिन में 1.03 लाख कामगारों को मिलेगा रोजगार
शासन ने निर्धारित किया लक्ष्य अफसरों को सौंपी गई जिम्मेदारी जले की एक हजार ग्राम पंचायत में 90721 श्रमिक कर रहे काम
गोंडा : कोरोना नामक महामारी के कारण घर लौटे प्रवासियों के साथ ही अन्य कामगारों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कवायद तेज हो गई है। एक दिन में 1.03 लाख श्रमिकों को रोजगार देने का लक्ष्य शासन ने तय किया है। ऐसे में अफसरों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मनरेगा के तहत प्रत्येक परिवार को सौ दिन के रोजगार की गारंटी दी गई है। इसके लिए ग्राम पंचायत के साथ ही क्षेत्र पंचायत व अन्य कार्यदायी संस्थाओं को भी मनरेगा के कार्य कराने की अनुमति दी गई है। जिले में पंजीकृत जॉबकार्ड धारकों की संख्या 4.02 लाख है। इसमें 2.16 लाख एक्टिव जॉबकार्ड शामिल हैं। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या अभी भी एक लाख से कम है। वहीं, शासन ने 26 जून को एक करोड़ श्रमिकों को काम देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। गोंडा जिले में 1.03 लाख श्रमिक एक दिन में काम करेंगे। 90721 श्रमिक कर रहे काम
- मनरेगा के तहत जिले की एक हजार ग्राम पंचायतों में कार्य चलने का दावा किया जा रहा है। यहां 90721 श्रमिक काम पर लगाए गए हैं। अभी भी जिले की 54 ग्राम पंचायतों में कार्य ठप है। संबंधित कर्मियों की जिम्मेदारी तय करके बीडीओ से रिपोर्ट मांगी गई है। मनरेगा के तहत सभी ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू कराने के निर्देश बीडीओ को दिए गए हैं। जिन ग्राम पंचायतों में कार्य नहीं होगा, वहां के कर्मियों की जिम्मेदारी तय करके कार्रवाई की जाएगी।
-हरिश्चंद्रराम प्रजापति, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार