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डायरिया से महिला मृत, चार की हालत गंभीर

जासं जमानियां (गाजीपुर) कोतवाली क्षेत्र के मच्छरमारा गांव में मछली खाने से डायरिया की चपेट में आई पूनम (26) पत्नी रामचरण की मौत हो गई। वहीं इसी गांव के पवन (13) पुत्र ऊदल तथा पुत्री अहिल्या (26) अंशुइया (35) और शांति (2

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 10:23 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 10:23 PM (IST)
डायरिया से महिला मृत, चार की हालत गंभीर
डायरिया से महिला मृत, चार की हालत गंभीर

जासं, जमानियां (गाजीपुर) : कोतवाली क्षेत्र के मच्छरमारा गांव में मछली खाने से डायरिया की चपेट में आई पूनम (26) पत्नी रामचरण की मौत हो गई, जबकि चार लोग डायरिया की चपेट में हैं। इनमें एक भाई व उनकी दो बहनें भी हैं। सूचना पर स्वास्थ्य केंद्र की टीम दोपहर बाद गांव में पहुंची। पीड़ितों का उपचार शुरू किया लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं बैगर पुलिस को सूचना दिए पूनम के शव का दाह संस्कार परिजनों ने नगर के बलुआ घाट पर कर दिया।पूनम धान की खेत से मछली लेकर आई थी। रात्रि में घर के सभी सदस्य मछली खाए। रात दो बजे पूनम के पेट में दर्द उठा तो पति रामचरण गांव के ही नीमहकीम के यहां से दवा लाए। आराम होने पर पूनम सो गई। पुन: सुबह में उनको उल्टी दस्त होने लगी तो परिजन घबरा गए और चिकित्सक को बुलाने गए लेकिन तब तक पूनम ने दम तोड़ दिया। वहीं ऊदल बिद के दो पुत्री अंशुईया (35), अहिल्या (26) और पुत्र पवन तथा बगल के रामभरोस की पत्नी शान्ति देवी (28) भी दीपावली के बाद मछली का सेवन किए थे। इससे सभी डायरिया की चपेट में हैं।

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बच्चों के सिर से उठा मां का साया

पूनम की मौत से उसके बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया। घर के बाहर रखे पूनम के शव को छोटे बच्चे देख रहे थे तो कभी उपस्थित भीड़ को। सास विमला देवी का रो-रो कर बुरा हाल था। अगल-बगल की महिलाएं उन्हें ढांढस बंधा रहीं थीं। पूनम अपने पीछे चार पुत्री व एक पुत्र छोड़ गई हैं।

मछली खाने से डायरिया की चपेट में आए सभी

मच्छरमारा गांव में धान के खेत व नहर की मछली खाने से सभी पीड़ितों को फूड प्वाइजन हुआ। इसके बाद डायरिया के चपेट में आने से हालत बिगड़ी। -डॉ रुद्रकांत सिंह, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जमानियां कस्बा।

मच्छरमारा नहीं पहुंचा कोई प्रशासनिक अधिकारी

- घटना की जानकारी होने के बाद भी तहसील का कोई भी उच्चाधिकारी या कर्मचारी गांव में पहुंचना मुनासिब नहीं समझा। ग्राम प्रधान कोमल कुशवाहा केवल गांव में पहुंचे थे। उच्चाधिकारियों के गांव में नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में रोष था।

------- स्वास्थ टीम भी लौटी

गांव में पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़ितों का प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इसके बाद दवा वितरित कर शाम चार बजे टीम वापस जमानियां लौट गई।


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