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नहीं बचाएंगे पानी तो नहीं बच पाएंगी पीढि़यां

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कम बारिश और पानी की बर्बादी आने वाले दिनों के लिए भयानक परि

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 17 May 2018 09:29 PM (IST)
नहीं बचाएंगे पानी तो नहीं बच पाएंगी पीढि़यां
नहीं बचाएंगे पानी तो नहीं बच पाएंगी पीढि़यां

जागरण संवाददाता, गाजीपुर : कम बारिश और पानी की बर्बादी आने वाले दिनों के लिए भयानक परिणाम का संकेत दे रही है। पानी अगर नहीं बचाएंगे तो आने वाली पीढि़यां न सिर्फ बूंद-बूंद को तरसेंगी बल्कि धरा पर जीवन का अस्तित्व ही नहीं बचेगा। गिरते जलस्तर को देखते हुए लोगों में जागरूकता नहीं आ रही है। जिले में वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम की योजना फेल हो चुकी है। सरकारी भवनों में बने सिस्टम फेल हो चुके हैं। इसके अलावा जलसंरक्षण को लेकर जंगीपुर मंडी परिसर में बना वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। हालांकि मास्टर प्लान विभाग ने इस क्षेत्र में काफी प्रयास किया। इसी का नतीजा है कि जिले में कुछ स्कूलों में वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम बनाए गए हैं। इसके प्रति बच्चों को जागरूक किया गया है लेकिन अब तक कोई सार्थक परिणाम नजर नहीं आ रहा है।

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जल बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आबादी बढ़ी तो इसका उपयोग भी बढ़ा। उपयोग बढ़ा तो लोगों ने इसकी बर्बादी शुरू कर दी। नतीजा हर वर्ष धरती का सीना सूखने लगा। जलस्तर गिरता देख कुछ जागरूक लोगों को इसके संरक्षण की ¨चता सताने लगी। समाजसेवियों ने इसकी बर्बादी रोकने पर जोर दिया। पानी जब सिर से ऊपर उठने लगा तो सरकारी विभाग की नींद भी टूटी। बीते कुछ वर्षों से रेन वाटर हार्वे¨स्टग बनाने पर जोर दिया जाने लगा। हालांकि कुछ ही दिनों बाद फिर यह योजना फाइलों में दफन हो गई।

पूरा होने से पहले ही बंद हो गया सिस्टम

विकास भवन में बना वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम पूरा होने से पहले ही बंद हो गया। जंगीपुर में सिस्टम बनने के बावजूद उसका सही उपयोग नहीं होने से ध्वस्त हो गया। इसके अलावा कहीं किसी सरकारी भवन में यह सिस्टम नहीं बना है। सरकारी अधिकारी न तो जलसंरक्षण का प्रयास कर रहे हैं और न ही इसके लिए जागरूकता अभियान ही चलवा रहे हैं। कुछ निजी स्कूलों में काम कर रही जल संरक्षण योजना

मास्टर प्लान विभाग के प्रयास से नगर के कुछ निजी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाया गया। बारिश के पानी को जमा करने के लिए भूतल में टैंक बनाया गया। इसे लेकर बच्चों ने विज्ञान प्रदर्शनी में माडल बनाकर लोगों को जलसंरक्षण की योजना के बारे में भी जानकारी दी। यह बात दीगर है कि आम लोगो ने इसे गंभीरता से नहीं लिया लेकिन बच्चों की यह मुहिम कामयाब हो इसके लिए स्कूल प्रबंधन का प्रयास जारी है।

नहीं बन रहे हैं साक पिट

हैंडपंप से बेकार होने वाले पानी को जमा करने के लिए जलनिगम ने साक पिट बनवाने की योजना बनाई। हैंडपंप के पास में एक गड्ढा बनाकर नालियों में बहने वाला पानी उसमें जमा किया जाता था जिससे वहां का जलस्तर मेन्टेन रहता था लेकिन अब जलनिगम विभाग केवल हैंडपंप लगवाता है साक पिट बनवाने की योजना अब बंद हो चुकी है। विभिन्न विद्यालयों में बना है वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम

भवन निर्माण के दौरान रेन वाटर हार्वे¨स्टग सिस्टम लगाने की योजना पुरानी है। इस पर अमल भी कराया जा रहा है। सब कुछ निर्माणाधीन एरिया पर निर्भर करता है। नगर के एमजेआरपी, शाह फैज पब्लिक स्कूल, सेंटी मेरी कान्वेंट आदि स्कूलों की छतों पर सिस्टम बनवाया गया है। इसके अलावा मास्टर प्लान विभाग इससे संबंधित एक पुस्तक भी तैयार करवाने जा रहा है जिसमें इसके निर्माण का तरीका एवं बारीकियों का जिक्र होगा। -एके ओझा, अवर अभियंता मास्टर प्लान विभाग।


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