शास्त्र की मर्यादा का उल्लंघन करने पर होगा अहित
मानव धर्म प्रसार समाजसेवी संस्था बयेपुर देवकली की ओर से बुधवार।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : मानव धर्म प्रसार समाजसेवी संस्था बयेपुर देवकली की ओर से बुधवार को एकला गांव में सम्मेलन हुआ। संस्था अध्यक्ष बापू जी ने प्रवचन में कहा कि शास्त्र की मर्यादा का उल्लंघन करने से जीव कभी सुखी नहीं रह सकता है। अपने बच्चों को संस्कार देने की आवश्यकता है। भगवान समुद्र के समान होते हैं और संत बादल के समान। सबके ऊपर उनकी दृष्टि समान होती है। सत्य, न्याय और धर्म का समावेश जीवन में होना आवश्यक है। माधव कृष्ण ने कहा कि आज मानव धर्म प्रसार के बैनर तले यहां क्यों कार्यक्रम कर रहे हैं, हम कोई भी कार्य सुखी होने के लिए करते हैं। यदि हमने सही तरीके से कार्य नहीं किया तो दुख ही दुख मिलेगा। शास्त्र हमें सही तरीके से कार्य करने की दिशा सिखाता है। जब हम किसी को अपना गुरू बनाते हैं तो जीवन में अमूल परिवर्तन होना चाहिए। सत्संग सभा रामअवध प्रभारी, जितेंद्र सिंह, अमरेश सिंह, सच्चेलाल, अनिरूद्ध आदि थे। संचालन तेजबहादुर ने किया।