डिबार होंगे फर्जी परीक्षार्थी वाले दो और विद्यालय
परीक्षा के की शूचिता भंग करने वाले विद्यालयों को प्रशासन बखसने के पक्ष में नहीं है। जहां कहीं भी फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जा रहे हैं उन विद्यालयों को डिबार कर काली सूची में शामिल करने का पत्र पकड़ने वाले अधिकारियों द्वारा डीएम के यहां भेजी जा रही है। इस क्रम शनिवार को डायट प्राचार्य डा. राकेश ¨सह अपनी टीम के साथ नोनहरा क्षेत्र के बौरी गांव स्थित अंबिका इंटर कालेज व डीआईओएस अनिल कुमार ने दौलतपुर स्थित बाबा बनवारी इंटर कालेज में दो-दो फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा।
जासं, सैदपुर (गाजीपुर): परीक्षा के की शुचिता भंग करने वाले विद्यालयों को प्रशासन बख्शने के पक्ष में नहीं है। जहां कहीं भी फर्जी परीक्षार्थी पकड़े जा रहे हैं उन विद्यालयों को काली सूची में शामिल करने का पत्र पकड़ने वाले अधिकारियों द्वारा डीएम के यहां भेजी जा रही है। इस क्रम शनिवार को डायट प्राचार्य डा. राकेश ¨सह अपनी टीम के साथ नोनहरा क्षेत्र के बौरी गांव स्थित अंबिका इंटर कालेज व डीआईओएस अनिल कुमार ने दौलतपुर स्थित बाबा बनवारी इंटर कालेज में दो-दो फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा। उनके खिलाफ एफआईआर करवाने का निर्देश केंद्र व्यवस्थापक को देने के बाद फर्जी परीक्षार्थियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। दोनों परीक्षा केंद्रों को डिबार करने के लिए क्रमश: डायट प्राचार्य व डीआईओएस ने अपनी रिपोर्ट डीएम के यहां भेज दी है।
सुबह प्रथम पाली में हाईस्कूल की गणित की परीक्षा के दौरान डायट प्राचार्य नोनहरा क्षेत्र में थे। वे बौरी स्थित अंबिका इंटर कालेज में पहुंचे। जांच के दौरान उन्होंने अपनी मोबाइल से परीक्षा दे रहे बिहारी के नुआंव थाना क्षेत्र के महरवां गांव निवासी राहुल यादव व ऋषि शाह का आधार कार्ड स्कैन किया तो आधार कार्ड फर्जी निकला। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने सच्चाई कबूल ली कि वे रुपये लेकर दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रह थे। दो फर्जी परीक्षार्थियों को डायट प्राचार्य द्वारा पकड़े जाते ही परीक्षा दे रहे दर्जन भर अन्य फर्जी छात्र-छात्राएं भाग निकले। प्राचार्य ने बताया कि राहुल अभिषेक पासवान व ऋषि राजवीर की जगह फर्जी आधार कार्ड के सहारे परीक्षा दे रहे थे।
----- 20-25 हजार रुपये लेकर लिखवाई जा रही थी कापियां
सैदपुर : मढि़या स्थित परीक्षा केंद्र के पास एक घर में एसटीएफ की छापेमारी में साल्वरों के पकड़ाने व कापियों के बरामद होने के बाद परीक्षा को नकलविहिन कराने को लेकर प्रशासन की लापरवाही उजागिर हुई है। एसटीएफ की छापेमारी का पता चलते ही अन्य परीक्षा केंद्रों पर हड़कंप मच गया। परीक्षा केंद्रों पर फोन की घंटियां बजने लगी। एसटीएम प्रभारी का कहना है कि 20-25 हजार रुपये प्रति परीक्षार्थी से लेकर कापियां लिखवाई जा रही थी।
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सर्विलांस से आए पकड़ में
- नकल कराने वाले संबंधित कुछ लोगों का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाया गया है। सर्विलांस के माध्यम से कापियां लिखे जाने का पता चलने के बाद एसटीएफ की छापेमारी होने अब नकल माफियाओं की कमर टूट गई है। अब उम्मीद की जा रही है कि पूर्णतया नकल पर अंकुश लग जाएगा। हालांकि अब 21 फरवरी को होने वाली परीक्षा में इसका पता लगेगा कि इस कार्रवाई का शिक्षा माफियाओं पर कितना असर हुआ है।
--- सैदपुर ब्लाक क्षेत्र के हैं साल्वर
- पकड़े गए सभी साल्वर सैदपुर ब्लाक क्षेत्र के ही हैं। इन्हें रुपये का लालच देकर बुलाया गया था। इसमें कुछ साल्वर अपने रिश्तेदार की भी कापियां लिख रहे थे। पकड़े गए साल्वरों में परीक्षा केंद्र के प्रधानाचार्य पुत्र के अलावा खानपुर थाना क्षेत्र के भूंवरपुर गांव के दिलीप यादव, सचिन यादव, रामकृपाल कश्यप, सौरभ कुमार, उचौरी के राजकुमार, शुभम गुप्ता, आनंद यादव, भैरोपुर का प्रद्युम्न चौहान, आकाश चौहान, मढि़या के राहुल यादव, टोडरपुर के आकाश यादव, कौड़िया के मोहन प्रजापति, खानपुर के धनंजय कुमार, सैदपुर नगर के चंदन पासवान शामिल हैं। इनको पकड़ने के बाद जब एसटीएफ ने सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने प्रधानाचार्य के पुत्र द्वारा यह सब करवाना बताया गया। उनके पास से छह मोबाइल फोन व नकल सामग्री भी मिली। इसके बाद एसटीएफ ने प्रधानाचार्य के पुत्र को भी पकड़ लिया। कुल 15 लोगों को पकड़कर एसटीएफ थाना ले आई। साल्वरों को सभी पेपरों का मिलाकर एक साथ धनराशि देने की बात कही थी।