लिपिक समेत दो की मौत, सात घायल
गाजीपुर: अगल-अगल क्षेत्रों में सोमवार को हुए सड़क दुर्घटनाओं में शहीद स्मारक महाविद्यालय मुहम्मदाबाद के वरिष्ठ लिपिक समेत दो लोगों की मौत हो गई। जबकि सात अन्य घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस घायलों को उपचार के लिए भेजवाई।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : अगल- अगल क्षेत्रों में सोमवार को हुए सड़क हादसों में वरिष्ठ लिपिक समेत दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात अन्य घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए भेजवाया।
मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के एनएच-31 पर दिलावलपुर गांव के समीप सुबह बोलेरो-ऑटो टक्कर में मुहम्मदाबाद शहीद स्मारक महाविद्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक प्रदीप कुमार (45) की मौत हो गई जबकि दो महिलाएं समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए मुहम्मदाबाद सीएचसी भेजवाया गया जहां चार की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जिला मुख्यालय से चालक ऑटो में सवारी भरकर मुहम्मदाबाद के लिए चला था। दिलावलपुर गांव के पास सामने से आ रही बोलेरो एक बाइक सवार को धक्का मारते हुए अनियंत्रित हो ऑटो से टकरा गई। हादसे के बाद जब चीख-पुकार मची तो आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और काफी प्रयास के बाद सभी घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल भेजवाए। अस्पताल पहुंचने से पहले ही सदर कोतवाली के आमघाट निवासी लिपिक प्रदीप कुमार की रास्ते में मौत हो गई जबकि शेष घायलों चकबाकर रजेला गांव के सुग्रीव, उनकी पत्नी सुनीता देवी, अदिलाबाद गांव के राधेश्याम, लौवाडीह की गिरीश राय, बखारीपुर गांव के आसिम अंसारी को अस्पताल में भर्ती करा लिया गया। दुर्घटना में लिपिक के मौत की जानकारी होने पर महाविद्यालय के शिक्षकों के अलावा परिवार के सदस्य भी कोतवाली पहुंच गए और दहाड़े मारकर रोने लगे। कोतवाल विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि बोलेरो चालक भाग गया है। बोलेरो को कब्जे में ले लिया गया है।
उधर, मरदह थाना क्षेत्र के फेफरा गांव में सोमवार को घर के सामने खेल रहा बालक आशुतोष ¨सह (7) पुत्र धनंजय ¨सह ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आ गया। गंभीर रूप से घायल बालक को उपचार के लिए मऊ ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। बालक की मौत से परिवार में कोहराम मचा है। परिवार के लोगों ने पुलिस को बिना सूचना दिए ही शव का दाह संस्कार कर दिया।
धनंजय ¨सह ने दरवाजे के बाद ईंट के सहारे ट्राली खड़ा कर रखी थी। सुबह बालक ने खेलते वक्त ईंट को हटा दिया। इससे ट्राली ढलान की ओर बढ़ने लगी। इसकी चपेट में आने से आशुतोष गंभीर रूप से घायल हो गया। ट्राली की चपेट में आने की जानकारी होते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। परिवार के लोग उसे उपचार के लिए ले गए लेकिन तब तक बालक ने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने बताया कि आशुतोष दो भाइयों में सबसे बड़ा था। उसकी मौत से मां सीमा व पिता धनंजय का रो-रोकर बुरा हाल है। टैंपों से आना बना काल : ऑटो-बोलेरो की टक्कर में वरिष्ठ लिपिक प्रदीप कुमार की मौत से परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। करीब छह माह पूर्व वह शहीद स्मारक राजकीय महाविद्यालय में कार्यभार ग्रहण किए थे। वह हर दिन सदर कोतवाली क्षेत्र के आमघाट से एक अन्य स्टाफ के साथ बाइक पर जाते थे। सोमवार को वे कुछ काम के चलते रुक गए और काम निबटाकर आटो से महाविद्यालय जा रहे थे कि रास्ते में दुर्घटना का शिकार हो गए। शिक्षकों ने बताया कि प्रदीप तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनकी मौत की जानकारी होने पर छोटे भाई संदीप व प्रवीण व पत्नी रीता देवी अपने दो पुत्र अमन व अंकित संग कोतवाली पहुंची।