कंपनियों ने संविदा कर्मियों के तीन माह से दबा रखा सवा दो करोड़ मानदेय
संविदा कर्मियों का तीन माह
कंपनियों ने संविदा कर्मियों के तीन माह से दबा रखा सवा दो करोड़ मानदेय
-आठ सौ लाइनमैन व 270 मीटर रीडर के सामने संकट
-अपनी मांगों को लेकर अनवरत धरने पर बैठे कर्मचारी
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: संविदा पर कार्य कर रहे जनपद के लगभग आठ सौ संविदा लाइनमैन व 270 मीटर रीडर का लगभग सवा दो करोड़ रुपये का भुगतान कंपनियों पर बकाया है। इसके चलते इनके सामने अब परिवार चलाने का धर्मसंकट आ गया है। भुगतान न होने व अपनी मांगों को लेकर विद्युत मजदूर संघ ने कर्मचारियों संग आमघाट स्थित कार्यालय में अनवरत धरना प्रारंभ कर दिया है। कहा कि अब काम तभी होगा जब मजदूरी नियमित मिलेगी। धरना में प्रदेश के अतिरिक्त प्रांतीय महामंत्री निर्भय सिंह ने कहा कि लाइनमैन विभाग की रीड की हड्डी है और इनकी कार्यदायी संस्था इनके मानदेय का समय से भुगतान न कर कमजोर बना रही है, यदि इनका भुगतान समय से नहीं होगा तो इनका परिवार कैसे पलेगा, यह कार्य कैसे करेंगे। इससे विद्युत आपूर्ति में बहुत बड़ी बाधा आएगी। वहीं विद्युत मजदूर पंचायत के जिलाध्यक्ष अरविंद कुशवाहा ने कहा कि पिछले तीन महीने से मीटर रीडरों का मानदेय नही मिला है एवं पिछले एक साल से किसी भी रीडरों का पीएफ एव ईएसआइ नहीं कटा है। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ-साथ पावर कारपोरेशन के चैयरमैन से विद्युत मजदूर पंचायत करवाने की मांग की ताकि हकीकत पता चले कि मजदूरों का पैसा कौन खा रहा है। जिला संरक्षक सुदर्शन सिंह ने कहा कि यह आउट सोर्सिंग कंपनियां लाइनमैनों व मीटर रीडर का शोषण कर रही है। यहां तक लाइन मैनों के जीवन को बचाने के लिए जो जीवन रक्षक यंत्र होते हैं उन्हें भी उपलब्ध नहीं करा रही है। इस मौके पर जिलामंत्री विजयशंकर राय, लाइनमैन, मीटर रीडर, कंप्यूटर आपरेटर आदि शामिल रहे।