ग्रामीणों ने ठाना, शिक्षा विभाग को है जगाना
जागरण संवाददाता, भांवरकोल (गाजीपुर): शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण प्राथमिक विद्यालय
जागरण संवाददाता, भांवरकोल (गाजीपुर): शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण प्राथमिक विद्यालय अराजी बुढ़ैला में ठप शैक्षिक वातावरण के संचालन के साथ ही ग्रामीण कुंभकर्णी नींद में सो रहे शिक्षा विभाग को जगाने के लिए ठान लिए हैं। बच्चों संग ग्रामीणों ने मंगलवार को सर्वशिक्षा अभियान के तहत जागरुकता रैली निकाली। इसे लेकर भांवरकोल बीआरसी पर बुधवार से अनिश्चितकालीन धरना भी शुरू होगा।
ग्रामीणों ने रैली निकालकर शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही विभाग को आईना दिखाया। गांव की गलियों में शिक्षा के प्रति जागरुकता का अलख जगाते हुए पुन: विद्यालय परिसर में पहुंची। रैली के बाद गांव के लोगों ने विद्यालय के अध्ययन कक्ष में बैठाकर शिक्षण कार्य शुरू कर दिया। रैली में पूर्व ग्राम प्रधान मनोज पांडेय, प्रेमनारायण पांडेय, भोला राजभर, जंगबहादुर राजभर, चंदन गोड़, मनकिया देवी, दुर्गावती देवी, कमलावती व गीता आदि शामिल थीं। ग्राम प्रधान ने कराई एमडीएम की व्यवस्था
प्राथमिक विद्यालय अराजी बुढ़ैला में रैली निकालने के बाद गांव के लोगों ने अध्ययन कक्ष में बच्चों को बैठाकर शिक्षण कार्य शुरू किया। इसके बाद बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ। देखते ही देखते 54 बच्चे पढ़ने के लिए पहुंच गए। बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए रसोइयों को बुलाकर विद्यालय में एमडीएम की व्यवस्था कराई गई। दो दिनों की तत्परता से बढ़ने लगी संख्या
प्राथमिक विद्यालय अराजी बुढ़ैला पूरी तरह विभागीय उदासीनता का शिकार है। यहां न पेयजल की सुविधा है न ही शौचालय की। परिसर में जलजमाव, कीचड़ व घास लगी है। शिक्षक के अभाव में गांव के बच्चे अन्यत्र जाकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। पूर्व ग्राम प्रधान मनोज पांडेय की दो दिनों की मेहनत ने रंग लाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को गांव के दो नौनिहाल अंकिता पांडेय व आशुतोष पांडेय विद्यालय में प्रवेश कराने के लिए पहुंचे। पूर्व प्रधान अगले दिन प्रवेश की बात कहकर उन्हें भी बच्चों के साथ बैठाकर पढ़ाने लगे।