अफवाह और शब्दों की अराजकता से सोशल मीडिया की बिगड़ी छवि
जासं, गाजीपुर : सोशल मीडिया पर बढ़ते अफवाह, शब्दों की अराजकता में गरिमा का ख्याल न होने और अभिव्यक्त
जासं, गाजीपुर : सोशल मीडिया पर बढ़ते अफवाह, शब्दों की अराजकता में गरिमा का ख्याल न होने और अभिव्यक्ति की आंड़ में मनमानेपन से लहुरीकाशी में भी तमाम लोगों का इससे मोह भंग होने लगा है। बेमतलब के मैसेजों के चलते लोग इससे दूर होने लगे हैं। बगैर किसी पुष्टि के कापी-पेस्ट के बढ़ते चलन ने भी सोशल मीडिया की छवि को काफी हद तक धूमिल किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया से दूर होने की उनकी इच्छा को भी लोग इसी से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि बड़ी तादात उनकी भी है जो सोशल मीडिया को आज की जरूरत बता रहे हैं।
जहां एक ओर सोशल मीडिया का एक-दूसरे से जोड़ने में बड़ा अहम योगदान है तो वहीं दूसरी ओर इसके दुरुपयोग ने लोगों को तोड़ना शुरू कर दिया है। इसका सदुपयोग अब दुरुपयोग बन चुका है। सोशल मीडिया पर अच्छे मैसेजे के अलावा अब गलत मेसेज और अफवाहों ने कब्जा जमा लिया है। इसका दुरुपयोग दिल्ली में सबसे अधिक देखने को तब मिला जब सोशल मीडिया पर दंगे की तमाम बेसिर पैर की खबरें मिलीं। इसी प्रकार सोशल मीडिया पर माब लिचिग के मामले में भी फैलाने वाली अफवाहों ने माहौल को काफी हद तक बिगाड़ने का काम किया है। हालांकि सोशल मीडिया संचार का सबसे बेहतर माध्यम है लेकिन अब इसका स्वरूप बिगड़ चुका है। लोग बिना जांचे, बिना इसका फैक्ट चेक किए सूचनाओं को कापी-पेस्ट कर आगे बढ़ा देते हैं। इसके चलते अक्सर गलत सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है और इसका गलत असर पड़ता है। इस बारे में जब जागरण ने लोगों से बात की तो उनकी मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली। ---
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-दिल्ली दंगे में सोशल मीडिया पर फैली कुछ अफवाहों से सभी आहत हैं। इन मैसेजों ने माहौल का खराब करने की पूरी कोशिश की। इतने बड़े प्लेटफार्म पर लोगों को गरिमा बनाते हुए और शब्दों के चयन में सावधानी रखनी चाहिए।
- नेहा, कासिमाबाद। ---
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मोबाइल की दुनिया में सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ता जा रहा है। लोग इसके जरिए से एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं लेकिन इस पर लगातार फैल रही अफवाहों से इस पर दुष्प्रचार हो रहा है।- प्रिया शर्मा, कासिमाबाद। --- फोटो- 20सी
-प्रधानमंत्री द्वारा सोशल मीडिया से जुड़कर संदेश देना तथा फालवरों द्वारा संदेशों का प्रसारण करना देश हित में है। जन संचार क्रांति के माध्यम से सोशल मीडिया भारत के कार्यो का विश्व मंच पर एक संबल प्रदान करता है।
- श्वेता गुप्ता, कासिमाबाद। ---
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सोशल मीडिया पर बिना फैक्ट चेक किए कापी पेस्ट का सिलसिला जो चलता है वह पूरी तरह से गलत है। लोग खबरों की जानकारी किए बिना उसे पेस्ट कर आगे बढ़ा देते हैं इससे अफवाह फैलती हैं।
- सरिता यादव, अंधऊ। ---
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोशल मीडिया से जुडे रहना चाहिए। हालांकि इसका दुरुपयोग जरूर हो रहा है लेकिन इसके जरिए जानकारियों का आदान-प्रदान होता है।
- संजय कुमार यादव, शक्करपुर। ---
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-सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आहत जरूर हैं लेकिन इनको इससे किनारा नहीं करना चाहिए, ताकि सूचनाएं प्राप्त होती रहें।
- कपूर राम, बरही। ---
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-सोशल मीडिया संचार का सबसे सशक्त माध्यम है। दुष्प्रचार की वजह से अगर वह यह कदम उठा रहे हैं तो उन्हें इस प्लेटफार्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।
- बृजेश सिंह, वार्ड 11। --- फोटो- 25सी।
-पीएम नरेंद्र मोदी की इच्छा देशहित में है। सोशल मीडिया कुछ मामले में बहुत अच्छा है लेकिन कुछ मामलों में ठीक नहीं है। सोशल मीडिया से हम लोग शुरू से ही दूरी बनाए हुए हैं।
- परवेज खां, वार्ड संख्या आठ। ---
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-सोशल मीडिया आज आम जनता की आदत बन चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया से दूरी बनाने की इच्छा जाहिर की है लेकिन आदत बदलने में थोड़ा वक्त लगता है।
- संजय निषाद, वार्ड तीन। ---
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-सोशल मीडिया के माध्यम से लोग एक-दूसरे के बारे में जानते हैं। उपयोग करने के ऊपर है। कुछ लोग गलत उपयोग करते हैं तो कुछ लोग सही तरीके से उसका उपयोग कर लाभ लेते हैं।
- रत्नेश जायसवाल, वार्ड छह। ---
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-सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री मन की बात कर देशवासियों को देश हित मे कार्य करने को कहते हैं और अपनी योजनाओं को बताते हैं और इससे दूरी बनाना ठीक नहीं होगा।- विकास उर्फ बिट्टू चौबे दिलदारनगर। ---
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-आज सोशल मीडिया जनसंचार क्रांति के रूप में विकसित होकर प्रत्येक वर्ग, धर्म, कृषि, विज्ञान में नव चेतना भरने का कार्य कर रहा है। विकास परियोजनाएं नीतिगत कार्यो को दर्शाने का एक नवीन माध्यम बन चुका है।
- डॉ नीतू सिंह, प्रधानाध्यापिका, जमानियां।