सर्वर ने दिया धोखा, बैंकों से खाली हाथ लौटे ग्राहक
जासं गाजीपुर यूनियन बैंक आफ इंडिया की जनपद में स्थित कई शाखाओं में सर्वर लगातार कई दिनों से खराब होने से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गा पूजा व दशहरा जैसे अहत त्योहार पर खरीदारी के लिए सभी को रुपये की आवश्यकता है। शनिवार को बैंक में एकत्र भीड़ को देखकर
जासं, गाजीपुर : यूनियन बैंक आफ इंडिया की जनपद में स्थित कई शाखाओं में सर्वर लगातार कई दिनों से खराब होने से ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गा पूजा व दशहरा जैसे अहम त्योहार पर खरीदारी के लिए सभी को रुपये की आवश्यकता है। शनिवार को बैंक में एकत्र भीड़ को देखकर सहज ही इसका अंदाजा लग रहा था लेकिन सर्वर फेल होने के कारण ग्राहकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। रायपुर शाखा में 12 दिनों तो मखदूमपुर शाखा में सप्ताह भर से लिक फेल होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बहरियाबाद: यूनियन बैंक आफ इंडिया की रायपुर शाखा में लगातार 12 दिनों से लिक फेल होने से ग्राहक परेशान हैं। शनिवार को ग्राहक इस उम्मीद के साथ पहुंचे कि त्योहारों की खरीदारी के लिए आज रुपये मिल जाएंगे लेकिन लिक फेल होने से उन्हें वापस जाना पड़ा। ग्राहकों का कहना है कि त्योहार पर खरीदारी के लिए रुपयों की आवश्यकता है। बैंक में जमा अपने ही रुपये नहीं निकल पा रहे हैं। कर्ज लेकर त्योहार का खर्च चलाना पड़ रहा है। उन्होंने बैंक के आला अधिकारियों को कोसा और वापस गए। भीमापार: यूबीआइ के मखदुमपुर शाखा का लिक सप्ताह भर से फेल होने से लेनदेन बाधित है। शनिवार को भी लिक फेल होने से ग्राहकों में आक्रोश दिखा। रविवार को बैंक बंद है। इससे उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि कैसे काम चलाएं। ग्राहक विनोद, महेश आदि ने कहा कि अक्सर इस बैंक में लिक फेल होने की समस्या बनी रहती है। शाखा प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि बीएसएनएल का नेटवर्क महीने भर से खराब है। वोडाफोन के नेटवर्क से जोड़कर का काम चलाया जा रहा था। भारी बारिश के चलते वह भी खराब हो गया है। हम खुद परेशान हैं कि किसी तरह ग्राहकों की समस्या का निस्तारण किया जाए।
-
फ्रेंचाइजी संचालकों से दिलाया पैसा मखदुमपुर शाखा के प्रबंधक मनोज कुमार ने त्योहार पर रुपये की जरूरत को देखते हुए यूबीआइ की फ्रेंचाइजी संचालकों को शनिवार को बैंक के पास बुलाकर काउंटर लगवाया। आधार कार्ड के जरिए दस हजार रुपये तक का भुगतान किया गया। इससे ग्राहकों ने राहत की सांस ली।