Indian Railway: चलती ट्रेन से गिरा हेडफोन, ट्विटर हैंडल से मांगी मदद, RPF ने छह घंटे में ढूंढकर वापस दिया
चलती ट्रेन में गेट के पास खड़े सतीश का हेड फोन युसूफपुर और बलिया के बीच गिर गया। उसने रेलमंत्री के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए मदद मांगी। इसके बाद कंट्रोल रूम से हेड फोन को ढूंढने का संदेश प्रसारित किया गया।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सरकार से मिली सुविधाओं का कुछ लोग गलत इस्तेमाल कर गलत उदाहरण पेश करते हैं। ट्रेन के गेट पर खड़े होकर यात्रा कर रहे एक युवक का हेडफोन गिर गया। उसने रेल मंत्री को ट्वीट कर मदद मांगी। इसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान ने छह घंटे की मशक्कत के बाद हेडफोन खोजा और युवक को सौंपा।
छपरा-लखनऊ ट्रेन संख्या 15054 से मंगलवार को बलिया के गड़वार क्षेत्र के पखनपुरा निवासी नीतीश यादव लखनऊ से बलिया आ रहे थे। चलती ट्रेन में गेट के पास खड़े सतीश का हेड फोन युसूफपुर और बलिया के बीच गिर गया। उसने रेलमंत्री के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए मदद मांगी। इसके बाद कंट्रोल रूम से हेड फोन को ढूंढने का संदेश प्रसारित किया गया।
आरपीएफ के सहायक उपनिरीक्षक ईश्वर सिंह व हेड कांस्टेबल हरेंद्र राव ने तलाश शुरू की। राव ने युसूफपुर स्टेशन से छह घंटे तक ट्रैक सर्च किया, तब कहीं जाकर हेडफोन मिला। आरपीएफ के इंस्पेक्टर अमित कुमार राय ने बताया कि हेडफोन यात्री को सौंप दिया गया है। हेडफोन को ढूंढने में आरपीएफ जवान का समय और विभाग का धन भी व्यय हुआ।