नियमित टीकाकरण में जनपद प्रदेश में फिसड्डी
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नियमित टीकाकरण के मामले में जनपद इस बार प्रदेश में फिसड्डी र
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : नियमित टीकाकरण के मामले में जनपद इस बार प्रदेश में फिसड्डी रहा है। शासन की ओर से मिली रिपोर्ट के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सीएचसी-पीएचसी पर तैनात आपरेटरों को हिदायत देते हुए नोडल अधिकारी ने चेताया है कि अगर एमटीएस (मदर चाइल्ड ट्रै¨कग सिस्टम) पर डाटा फी¨डग में लापरवाही बरती गई तो उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। साथ ही जनपद में शुरू हो रहे सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान को सफल बनाने में अधिकारियों की ओर से तैयारियां भी तेज कर दी गई है।
बीते वर्ष सघन मिशन इंद्रधनुष व नियमित टीकाकरण में जिला प्रशासन की ओर से सख्त रवैया अख्तियार करने पर प्रदेश में जनपद को 17 वां स्थान मिला था। फिर सघन मिशन इंद्रधनुष को नियमित टीकाकरण में परिवर्तित कर बंद कर दिया गया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में तैनात अपारेटरों व कर्मियों की मॉनीट¨रग नहीं होने पर माहवार प्रगति रिपोर्ट आपरेटरों की तरफ से एमटीएस पोर्टल पर अपलोड करने में लापरवाही बरती गई जिसका परिणाम यह हुआ कि जनपद में मात्र 29 फीसद ही टीकाकरण समीक्षा में प्रदर्शित हो पाया जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से जिले में चले नियमित टीकाकरण को 89 फीसदी देकर बेहतर बताया गया। डाटा आपरेटरों द्वारा पोर्टल पर फी¨डग में की गई लापरवाही से जनपद को कम रैंक मिलने पर शासन ने उच्चाधिकारियों को सुधार लाने की सख्त हिदायत देते हुए पुन: सघन मिशन इंद्रधनुष के तहत बच्चों व गर्भवती महिलाओं की टीकाकरण कर आनलाइन रिपोर्ट प्रेषित करने का निर्देश जारी किया है।
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तीन माह चलेगा अभियान
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान जनपद में तीन माह तक चलेगा। 24 सितंबर से शुरू होने वाले इस अभियान में उन क्षेत्रों का चयन किया गया है, जहां के बच्चे अभी तक पूर्ण प्रतिरक्षित नहीं हो पाए हैं। इनकी सूची तैयार करने का कार्य भी स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया है। सर्वे के आधार पर चयनित बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। विभाग की ओर से शुरू होने वाला टीकाकरण अभियान अक्टूबर व नवंबर माह तक ग्रामीण क्षेत्रों के दूर-दराज इलाकों में रहने वाले बच्चों व गर्भवती महिला का टीकाकरण किया जाएगा।
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नियमित टीकाकरण की फी¨डग में आपरेटरों द्वारा लापरवाही करने का खामियाजा विभाग को भुगतना पड़ रहा है। साथ ही एमटीएस पोर्टल पर डाटा फी¨डग करने वाले आपरेटरों को चिह्नित करने के साथ सभी सख्त चेतावनी दी गई है कि लापरवाही बरते जाने उन्हें कार्यमुक्त कर दिया जाएगा।- डा. आरके सिन्हा, नोडल अेिधकारी