आक्सीजन प्लांट में आज से शुरू होगा उत्पादन
जागरण संवाददाता गाजीपुर जिला अस्पताल में स्थापित किए गए आक्सीजन प्लांट की टेस्टिग का काम पूरा हो गया।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिला अस्पताल में स्थापित किए गए आक्सीजन प्लांट की टेस्टिग का काम सोमवार की देर शाम तक पूरा हो गया। मंगलवार से आक्सीजन का उत्पादन शुरू हो जाएगा। हालांकि अभी इसका उपयोग मरीजों के लिए नहीं किया जाएगा। मंगलवार को आक्सीजन का सैंपल जांच के लिए गुड़गांव भेजा जाएगा। वहां से ओके होने के बाद इसे मरीजों को देना शुरू कर दिया जाएगा। कंपनी के इंजीनियरों ने दिन-रात लगकर इस प्लांट को पूरा किया है।
जिला अस्पताल का जब भवन बना था, तभी सभी वार्डों में सेंट्रल आक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई थी ताकि रोगियों को आवश्यकता पड़ने पर तत्काल यह सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। हालांकि आक्सीजन प्लांट स्थापित नहीं हो पाने के कारण यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई। अब जब अधूरे पड़े आक्सीजन प्लांट को पूरा कर लिया गया है। इससे सेंट्रल आक्सीजन सप्लाई शुरू होगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो शीघ्र ही रोगियों को यह सुविधा मिलने लगेगी। सेंट्रल आक्सीजन सप्लाई शुरू होने से यहां बेकार पड़े वेंटिलेटर भी सही तरीके से काम करने लगेंगे। कहने को तो जिला अस्पताल में 22 वेंटिलेटर बेड हैं, लेकिन वह सिलेंडर वाले आक्सीजन से सही काम नहीं करते। वेंटिलेटर के लिए सेंट्रल आक्सीजन सप्लाई आवश्यक होती है।
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सिलेंडर नहीं भरेगा इस प्लांट से
- प्लांट निर्माण करने वाली कंपनी अबस्टेम के इंजीनियर अमित यादव ने बताया कि इस प्लांट से सिलेंडर नहीं भरे जाएंगे। इससे केवल अस्पताल को सीधे सेंट्रल सप्लाई मिलेगी, जो सीधे मरीजों के बेड पर पहुंचेगी। इसकी क्षमता प्रति मिनट दो सौ लीटर है। एक मरीज को प्रति मिनट औसत तीन लीटर आक्सीजन की आवश्यकता होती है। ऐसे में यह प्लांट लगभग 65 बेड को 24 घंटे पर्याप्त आक्सीजन दे सकेगा। अगर इमरजेंसी है तो इसका उपयोग मंगलवार से भी किया जा सकता है, लेकिन अगर सैंपल की रिपोर्ट आ जाएगी तो ठीक रहेगा। अमित यादव ने बताया कि डीएम एमपी सिंह का काफी दबाव था कि इसे जल्द से जल्द चालू किया जाए। इससे हम लोग दिन-रात लगातार काम कर रहे हैं। -----