जिला जेल में फांसी लगाकर बंदी ने की आत्महत्या
जिला जेल के अंदर सादात थाना क्षेत्र के डढ़वल निवासी बंदी नंदकिशोर
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : जिला जेल के अंदर सादात थाना क्षेत्र के डढ़वल निवासी बंदी नंदकिशोर तिवारी ने गुरुवार की देर रात फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। इससे जेल प्रशासन में खलबली मच गई। गुरुवार की दोपहर में ही जिला जज, डीएम व एसपी ने जेल का निरीक्षण भी किया था।
नंदकिशोर 23 जनवरी को एकतरफा प्यार में चाकू से वार कर किशोरी को बुरी तरह से लहूलुहान करने के आरोप में जिला जेल में बंद था। इसमें किशोरी के एक हाथ की तीन उंगलियां कट गई थीं। दो दिन बाद ही उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था। जेलर ने बताया कि नंद किशोर बैरक नंबर तीन में बंद था। गुरुवार की रात करीब सात बजे नंदकिशोर ने बैग का फंदा बनाया और दीवार के सहारे लटक गया। आस-पास के बंदी शोर मचाने लगे तो सिपाही मौके पर पहुंचे। आनन-फानन उसे उतारकर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। अभी कुछ दिन पहले ही नंदकिशोर के स्वजनों ने कपड़ा रखने के लिए बैग दिया था। जेल के अंदर आत्महत्या की घटना से बंदियों में भी दहशत है। सुरक्षा व्यवस्था को भी चाक चौबंद कर दिया गया है।
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हतप्रभ रह गया पूरा गांव
सादात : नंदकिशोर तिवारी के आत्महत्या करने की सूचना गांव में पहुंची सभी हतप्रभ रह गए। नंदकिशोर के इस तरह से अपनी ईहलीला समाप्त करने पर लोग तरह-तरह की चर्चा करने लगे। लोगों ने कहा कि नंदकिशोर को दो माह पूर्व अपने किए गए कृत्य पर पछतावा था। तीन भाइयों में नंदकिशोर सबसे बड़ा था। नंदकिशोर लॉकडाउन के कुछ माह पहले ही दुबई से आया था और लॉकडाउन में अपने घर स्थित दो बीघे में सब्जी वगैरह की खेती करके काफी कमाया भी था। लोगों द्वारा उस समय उसकी खूब प्रंशसा की गई थी, लेकिन दो माह पूर्व एक किशोरी के साथ घटिया कृत्य करने पर वह लोगों की नजरों से गिर गया था।