पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी नहीं सुलझी कत्ल की गुत्थी
डेहमा गांव निवासी युवक परमात्मा राम हत्याकांड की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी नहीं सुलझ पाई। रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। उसे लैब में भेजकर जांच के बाद ही कार्रवाई आगे बढ़ पाएगी।
जासं, करीमुद्दीनपुर (गाजीपुर) : डेहमा गांव निवासी युवक परमात्मा राम हत्याकांड की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी नहीं सुलझ पाई। रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। उसे लैब में भेजकर जांच के बाद ही कार्रवाई आगे बढ़ पाएगी।
पुलिस को उम्मीद थी कि परमात्मा राम हत्यकांड की गुत्थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सुलझ जाएगी। ऐसे में पुलिस तीन महिलाओं व एक पुरुष को पहले ही हिरासत में ले चुकी थी ताकि मामला स्पष्ट होने के बाद उनका चालान किया जा सके। उम्मीद से इतर जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिली होश उड़ गए। ग्रामीणों व घरवालों का कहना था कि परमात्मा के सीने पर किसी ठोस वस्तु से प्रहार के बाद गला दबाकर मौत की नींद सुलाया गया है। मगर उनके आरोप पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खारिज हो गए। अब सवाल यह है कि अगर सीने पर प्रहार व गला दबाने से परमात्मा की जान नहीं गई तो उनकी मौत हुई कैसे। किसने उसे मारा और घसीटते हुए गांव स्थित बंसवारी में लाकर फेंक दिया। इन सभी सवालों के जवाब के लिए ग्रामीण पुलिस कार्रवाई पर निगाहें टिकाए हैं।
गौरतलब है कि बुधवार की रात करीब आठ बजे घर से निकले युवक परमात्मा का शव गांव के उत्तरी छोर स्थित मंदिर के पास बंसवारी में मिला था। शव देखने से ऐसा लग रहा था कि उसके सीने पर किसी ठोस वस्तु से प्रहार के बाद गला दबाया गया है। थानाध्यक्ष सुधाकर राय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने से बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। उसे लैब में भेजा जाएगा, यहां से रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।