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जल संचयन के लिए पीएम का सरपंचों को पाती

जासं गाजीपुर ईश्वर की अनुपम भेंट जल के हर एक बूंद को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। साथ ही लोकतंत्र के महापर्व में उत्साह से भाग लेने व सशक्त भारत निर्माण के लिए प्रतिबद्ध सरकार के चयन की बधाई भी दी है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jun 2019 05:41 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jun 2019 05:41 PM (IST)
जल संचयन के लिए पीएम का सरपंचों को पाती
जल संचयन के लिए पीएम का सरपंचों को पाती

जासं, गाजीपुर : ईश्वर की अनुपम भेंट जल की हर एक बूंद को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर सहयोग मांगा है। साथ ही लोकतंत्र के महापर्व में उत्साह से भाग लेने व सशक्त भारत निर्माण के लिए प्रतिबद्ध सरकार के चयन की बधाई भी दी है। जनपद के 1237 ग्राम पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रहे प्रधानों को पीएम की पाती मिलते ही जल संचयन की तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही वे 22 जून को गांव के लोगों के साथ बैठक करके स्वच्छता अभियान की तरह जन आंदोलन का स्वरूप देने का भी काम करेंगे।

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भूगर्भ में लगातार घट रहे जल स्तर से आने वाली पीढि़यों के लिए मंडरा रहे खतरे को देखते हुए सरकार इसके संचयन को लेकर काफी गंभीर बनी हुई है। इसे संरक्षित करने के लिए गांव के प्रत्येक लोगों को जोड़कर जन आंदोलन का स्वरूप देने की कवायद शुरू कर दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्राम प्रधानों को पत्र भेजकर नए भारत के निर्माण में सक्रिय सहयोग व सहभाग मांगा है। साथ ही बारिश का मौसम प्रारंभ होने पर उसके हर एक बूंद के संचयन का इंतजाम करने का सुझाव दिया है। जैसे खेतों में मेड़ बंदी, नदियों व धाराओं में चेक डेम का निर्माण, तालाबों की खोदाई व सफाई, वृक्षारोपण करना, जिससे खेत का पानी खेत में व गांव का पानी गांव में ही संचयित किया जा सके। ऐसा करने से जहां पैदावार बढ़ेगी, वहीं भूगर्भ में जल का बड़ा भंडार एकत्र करके कई कार्यों के सदुपयोग में लाया जा सकेगा। जनपद के सभी ग्राम प्रधान इस संबंध में 22 जून को ग्रामीणों के साथ बैठक करेंगे। पीएम द्वारा लिखे इस पत्र को पढ़कर सुनाने के साथ विचार-विमर्श के साथ श्रमदान भी करेंगे।

------------ : पीएम की पाती सभी ग्राम प्रधानों तक पहुंचा दी गई है। इनके द्वारा जल संचयन को लेकर ग्रामीणों के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही पानी के हर बूंद को कैसे बचाया जाए इस विचार विमर्श भी करेंगे। बैठक के बाद प्रत्येक ग्राम प्रधान ग्रामीणों के साथ श्रमदान कर साफ-सफाई का कार्य करेंगे। इसके लिए ब्लाक स्तर पर टीम का भी गठन किया गया है जो मानीटरिग करने के रिपोर्ट भी उपलब्ध कराने का काम करेगी। - लालजी दुबे, डीपीआरओ।

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