आधार कार्ड बनवाने को भटक रहे लोग
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना आधार कार्ड पंजीकरण या संश
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना आधार कार्ड पंजीकरण या संशोधन आदि कराने में निजी एजेंसियों को हटा दिए जाने से लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। इसे लेकर कुछ जगहों पर जमकर वसूली भी हो रही है। सरकार की ओर से सरकारी समेत अन्य कार्यों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। इसे बनवाने की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। पहले जगह-जगह शिविर लगाकर आधार कार्ड बनाए जाते थे। अब ऐसा नहीं हो रहा है। इसके लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है।
जिला मुख्यालय पर स्टेट बैंक की महुआबाग शाखा के ऊपर मुफ्त में आधार कार्ड बनता था। यहां पर दफ्ती पर लिख दिया गया है कि अनिश्चितकालीन के लिए आधार कार्ड नहीं बनेगा। ऐसे में लोग प्रतिदिन आकर लौट जाते हैं। यूबीआइ शाखा महुआबाग में आधार कार्ड बनता है वह भी नहीं के बराबर। इसके लेकर आए दिन मारपीट का नौबत भी आ जाती है।
मुहम्मदाबाद : सरकार ने राशन कार्डो व बच्चों के विद्यालयों में नामांकन के दौरान पारदर्शिता की दृष्टिकोण से आधार नंबर देना अनिवार्य कर दिया है। जब आधार कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया तो उस समय शासन की ओर से जगह-जगह कैंप लगाकर पंजीकरण का कार्य कराया गया। बाद इसे निजी एजेंसियों को दे दिया गया। जिसके चलते गांव व कस्बे में जगह जगह आधार कार्ड बनाने के केंद्र संचालित होने लगे। उन एजेंसियों की ओर से गड़बड़ी किए जाने व मनमाना शुल्क लिए जाने आदि की शिकायत पर शासन की ओर से बैंकों व डाकघरों में आधार कार्ड पंजीकरण व संशोधन के लिए अधिकृत करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत नगर में भारतीय स्टेट बैंक व ग्रामीण बैंक को अधिकृत किया गया है। इन बैंकों में हालात यह है कि सुबह 10 बजे तक जिन लोगों का आवेदन फार्म आधार कार्ड बनाने वाले आपरेटर के पास जमा हो जा रहा है। उसी का आधार कार्ड बनाया जा रहा है, उसके बाद पहुंचने वाले लोगों को अगले दिन आने की बातें कह लौटा दिया जा रहा है। यही नहीं संशोधन आदि के नाम पर मनमाना शुल्क भी वसूला जा रहा है। सबसे खराब स्थिति यह है कि पूरे तहसील क्षेत्र में मात्र इन दो बैंकों को ही आधार पंजीकरण का केंद्र बनाया गया है इसके चलते लोगों को और भी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। आधार कार्ड बनवाने के लिए लोग बच्चों को लेकर इधर उधर भटकते फिर रहे हैं। इस संबंध में अजीत गिरि, दीपनारायण गिरि, रमेश यादव, अशोक कुमार प्रजापति आदि ने बताया कि पहले कई जगहों पर आधार बनाए जाते थे। अब विद्यालय में आधार को अनिवार्य कर दिया गया है। बच्चों को लेकर कई दिनों से घूम रहे हैं लेकिन उनका आधार कार्ड न बनने से वह विद्यालय में नहीं दे पा रहे हैं।