Move to Jagran APP

सत्रारंभ नजदीक आते ही अभिभावकों की चिता बढ़ी

संशय स्कूल खुलने को लेकर अभिभावकों में असमंजस की स्थिति प्रशासन की ओर से कोई नीति स्पष्ट न होने से अभिभावक चितित

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 05:35 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 05:35 PM (IST)
सत्रारंभ नजदीक आते ही अभिभावकों की चिता बढ़ी
सत्रारंभ नजदीक आते ही अभिभावकों की चिता बढ़ी

जागरण संवाददाता, खानपुर (गाजीपुर) : क्षेत्र में जूनियर कक्षा के स्कूली बच्चों के अभिभावकों में स्कूल खुलने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सरकार और प्रशासन की ओर से कोई नीति स्पष्ट न होने से अभिभावक चितित है कि इस साल की पढ़ाई कैसे होगी। पिछले सत्र की तरह आगामी सत्र भी आनलाइन ही चलेंगी या बच्चे नियमित अपने कक्षा में पहुंचेंगे। कोरोना संक्रमण के चलते स्कूली बच्चों की बाधित पढ़ाई तमाम प्रयासों के बाद भी आनलाइन क्लास से अधिकांश बच्चे नहीं जुड़ पाए। करीब आधे सत्र के बाद नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं का संचालन शुरू होने से इन कक्षाओं की पढ़ाई जैसे-तैसे आगे बढ़ गई, लेकिन इनके नीचे के कक्षाओं के बच्चे अभी भी स्कूल खुलने का इंतजार कर रहे हैं। कई स्कूलों में नए सत्र के दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू कर दिया गया है। नए सत्र के नामांकन प्रक्रिया शुरू किए जाने से अभिभावकों की चिता बढ़ गई है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा कहा जा रहा है कि अगर आपने समय से आवेदन नहीं किया तो आपका बच्चा प्रवेश से वंचित रह जाएगा। इस स्थिति में अभिभावकों की चिता है कि यदि एडमिशन के बाद भी कक्षाएं इसी तरह चलती रहीं तो बच्चों की पढ़ाई और फीस दोनों का नुकसान होगा। अभिभावकों का कहना है कि जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समय में बच्चों का पठन-पाठन बाधित होना उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डालेगा और उन्हें लंबे समय तक पढ़ाई से दूर नहीं रखा जा सकता है। सरकार और प्रशासन जल्द ही कोई ठोस और सार्थक निर्णय लेकर कक्षा का नियमित संचालन कराएं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.