एक हत्यारा गिरफ्तार,मुख्य आरोपित फायर कर फरार
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : आरएसएस कार्यकर्ता व पत्रकार राजेश मिश्र का हत्यारोपी मटखन्ना
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : आरएसएस कार्यकर्ता व पत्रकार राजेश मिश्र का हत्यारोपी मटखन्ना गांव निवासी गोवर्द्धन उर्फ मंटू यादव आखिरकार शनिवार की रात पुलिस के हत्थे चढ़ गया। यह कामयाबी पुलिस टीम को चाड़ीपुर तिराहे से पांच सौ मीटर दूर मिली। हालांकि इस दौरान मुख्य आरोपित व 50 हजार का इनामी राजू यादव पुलिस टीम पर फायर झोंककर भागने में सफल रहा। पकड़े गए बदमाश के पास से एक पिस्टल, दो ¨जदा कारतूस व एक बाइक बरामद हुई। एसपी यशवीर ¨सह पकड़े गए आरोपित को मीडिया के सामने पेश किए, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एसपी ने बताया कि राजू यादव व मंटू यादव की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम के अलावा करंडा पुलिस को लगाया गया था। क्राइम ब्रांच प्रभारी रवींद्र भूषण मौर्य अपने साथी संजय कुमार पटेल, राणा प्रताप ¨सह, भाईलाल सोनकर, दिनेश यादव, धनंजय ¨सह आदि के साथ दोनों की गिरफ्तारी के लिए रात के पहर करंडा क्षेत्र में भ्रमणशील थे। इसी बीच चाड़ीपुर तिराहे के पास वाहन चे¨कग करते करंडा थानाध्यक्ष त्रिवेणी लाल सेन मिल गए। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि दो बदमाश किसी घटना को अंजाम देने के लिए नंदगंज की ओर क्षेत्र में आ रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस टीम घेराबंदी कर दोनों के आने का इंतजार करने लगी। करीब पौने दो बजे एक बाइक पर सवार दो बदमाश आते दिखाई दिए। पुलिस टीम टार्च जलाकर उन्हें रुकने का इशारा की तो पीछे बैठा बदमाश फायर झोंकने लगा। हालांकि पुलिसकर्मियों ने साहस का परिचय देते हुए दोनों का पीछा शुरू किया तो हड़बड़ी में बाइक एक पेड़ से टकरा गई। पीछे बैठा बदमाश तो भाग निकला लेकिन उसका साथी हत्थे चढ़ गया। पूछताछ में पता चला कि पुलिस को चकमा देकर भागा बदमाश राजू यादव है। बिहार में राजू करता है शराब की तस्करी
पकड़े गए बदमाश मंटू यादव ने बताया कि राजेश की हत्या के बाद से ही राजू बिहार में शराब की अवैध तस्करी करता है। उसी के कहने पर पत्रकार राजेश मिश्र की हत्या अपने साथियों के साथ मिलकर किया था। हत्या में हुए खर्च का जिम्मा राजेश के पट्टीदार प्रदीप मिश्रा ने लिया था। यह था पूरा घटनाक्रम
करंडा के ब्राह्मणपुरा गांव निवासी आरएसएस कार्यकर्ता व पत्रकार राजेश मिश्र की बदमाशों ने 21 अक्टूबर वर्ष 2017 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। बचाव में आए उनके भाई अमितेश मिश्र को भी गोली मार दी थी। पुलिस पूरे मामले की जांच की तो पता चला कि बदमाश राजू यादव द्वारा क्षेत्र में कराए जा रहे अवैध कामों की खबर प्रकाशित करने पर राजेश की हत्या की गई। इस मामले में राजेश के घरवालों ने राजू यादव, मंटू यादव व उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। राजू के अन्य साथी तो पुलिस गिरफ्त में आ गए लेकिन वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है।