चुनाव में फंसे अधिकारी तो मनमाने हुए पीएम आवास लाभार्थी
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जासं, गाजीपुर : लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद विकास कार्य ठप से हो गए हैं। इसमें प्रधानमंत्री आवास योजना भी उलझी हुई है। वित्तीय सत्र 2018-19 के 350 आवास अभी भी पूरे नहीं हो सके हैं, जबकि मार्च महीना समाप्त होने को है। चुनाव के व्यस्त कार्यक्रमों के चलते विभागीय अधिकारी भी इसकी मानीटरिग नहीं कर पा रहे हैं। इससे किस्त लेने के बाद भी बहुत से लाभार्थी आवास निर्माण कराने में आनाकानी कर रहे हैं।
सत्र 2018-19 में जिले में कुल 3303 प्रधानमंत्री आवास बनाने का लक्ष्य मिला था। विभाग ने जांच-पड़ताल कर लाभाíथयों का चयन किया और उन्हें आवास आवंटित कर दिए गए। शुरू में जो आवास आवंटित हुए उनका निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है लेकिन बाद में आवांटित होने वाले आवास फंस गए हैं। देर से किस्त जारी होने से इनका निर्माण भी देर से शुरू हुआ। पहले इसकी नियमित मानीटरिग होती थी और प्रगति हर रोज अपडेट करनी होती थी। जबसे चुनाव कार्यक्रम घोषित हुआ है तबसे ऊपर से लेकर नीचे तक के सभी अधिकारी इसमें लगे हुए हैं। इसका फायदा उठाते हुए ऐसे बहुत से लाभार्थी हैं जो पैसा पाने के बाद भी आवास निर्माण नहीं करवा रहे हैं या वह दूसरे मद में पैसा खर्च कर चुके हैं। अगर यही हालात रहे तो लक्ष्य के सापेक्ष आवास पूरा करवाना विभाग के लिए मुश्किल होगा।
----- - चुनाव में काम जरूर कुछ बढ़ गया है लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री आवास निर्माण की मानीटरिग की जा रही है। ऐसे कई लाभार्थी हैं जो पैसा लेने के बाद भी आवास बनवाने में आनाकानी कर रहे हैं, उनको चिह्नित किया जा रहा है कार्रवाई करने के लिए।
- विजय प्रकाश वर्मा, परियोजना निदेशक।