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लीकेज की मरम्मत को लेकर अधिकारी उदासीन

सरकार जल संरक्षण को लेकर गंभीर है लेकिन इसे लेकर अधिकारी बेफिक्र हैं। राजापुर कला गांव में बनी पानी टंकी की पाइप लाइन में वर्षों से कई जगह लीकेज है। प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद होता है। टंकी से दूर के गांवों में पानी की किल्लत बनी रहती है। शिकायत के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 05:29 PM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 05:29 PM (IST)
लीकेज की मरम्मत को लेकर अधिकारी उदासीन
लीकेज की मरम्मत को लेकर अधिकारी उदासीन

जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर) : सरकार जल संरक्षण को लेकर गंभीर है लेकिन इसे लेकर अधिकारी बेफिक्र हैं। राजापुर कला गांव में बनी पानी टंकी की पाइप लाइन में वर्षों से कई जगह लीकेज है। प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद होता है। टंकी से दूर के गांवों में पानी की किल्लत बनी रहती है। शिकायत के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि लीकेज को ठीक करा दिया जाए तो कई गांवों की प्यास बुझ सकती है।

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महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व पूर्व सांसद सरजू पांडेय के गांव उरहा में बड़ी परेशानी होती है। यहां पर आर्सेनिक का मात्रा अधिक है। सुमन पांडेय, श्याम नरायण पांडेय, नगीना राजभर, चांदमुनी राजभर, रामजन्म रातभर व अशोक राजभर ने बताया कि मुख्य पाइप लाइन सहित कई पाइपों में लीकेज का पानी निकल जाने से पेयजल की किल्लत हो जाती है। आरोप है कि पानी का बिल पूरा वसूल किया जाता है। मुख्य लाइन सहित अन्य लाइनों में लीकेज के कारण तो पानी अंतिम छोर के गांवों तक नहीं पहुंच पाता है। जगदीशपुर व पांडेय कटया गांव सैकड़ों लोग दूषित पानी से परेशान होकर पानी टंकी का कनेक्शन लेना चाहते हैं लेकिन पानी गांव तक पहुंचता ही नहीं है। इधर, जल निगम के सहायक अभियंता जितेंद्र सिंह ने बताया कि जल्दी ही ग्रामीणों को इस समस्या से निजात दिलाई जाएगी।


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