पुराने कपड़ों में ही अदा करें ईद की नमाज
बारा (गाजीपुर) कोरोना ने इस बार ईद के उत्साहों को फीका कर दिया है। लॉक डाउन के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानें बंद है। लोग ईद को लेकर किसी प्रकार की खरीदारी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बारा (गाजीपुर) : कोरोना ने इस बार ईद के उत्साहों को फीका कर दिया है। लॉकडाउन के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानें बंद हैं। लोग ईद को लेकर किसी प्रकार की खरीदारी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। उलेमाओं व बुद्धिजीवियों द्वारा अपील की जा रही है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचने के लिए लॉकडाउन का पालन कर ईद का त्योहार बिल्कुल सादगी के साथ मनाएं। किसी प्रकार की खरीदारी न करें। पुराने कपड़ों में ही ईद की नमाज अदा करें।
पर्व को लेकर वैसे तो लोग एक - दो रमजान से ही खरीदारी करने में जुट जाते थे लेकिन इस बार यह पता ही नहीं चल पा रहा है कि चार-पांच दिन बाद ईद का त्योहार है। पिछले करीब दो माह से दुकानें बंद हैं। गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है। देर रात तक गुलजार रहने वाली सड़कों पर शाम ढलने के बाद से ही सन्नाटा पसर जा रहा है। रमजान के दिनों में बाजार देर रात तक गुलजार रहता था। लोग खरीदारियों में व्यस्त रहते थे लेकिन इस बार वैसा कुछ नहीं है। रमजान का 25 वां दिन बीत चुका है। ईद पर्व में मात्र गिनती के दिन शेष बचे हैं। मुख्य मार्ग पर ईद को लेकर दर्जनों अस्थायी दुकानें लगाई जाती थी जिसमें लच्छा सेवई से लेकर खजूर, टोपी, इत्र, सुरमा एवं कपड़ा आदि के होते थे। इस बार एक भी अस्थायी दुकानें नहीं लगी हैं।