एक वर्ष से पाइप लाइन में नहीं हुई सप्लाई
जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर): विश्व बैंक द्वारा पेयजल योजना के तहत घर-घर पानी
जागरण संवाददाता, कासिमाबाद (गाजीपुर): विश्व बैंक द्वारा पेयजल योजना के तहत घर-घर पानी पहुंचाने के लिए जिस तरह पाइप लाइन बिछाने व टंकी बनाने का कार्य किया जा रहा है वहीं विभागीय अधिकारियों व ठेकेदारों की मिलीभगत से जमकर धन का बंदर बांट किया जा रहा है। इसके चलते ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल मिलने का सपना टूटता दिखाई पड़ रहा है। कुछ इसी तरह का मामला शहाबुद्दीनपुर गांव का भी है यहां एक वर्ष पहले बिछाई गई पाइप लाइन में आज तक पानी सुचारू रूप से संचालित ही नहीं हो पाया।
इस स्थिति में वहां के ग्रामीण आज भी आर्सेनिक युक्त जल का सेवन करने को विवश हैं। गांव के रमेश यादव, अच्छे लाल यादव, सत्यप्रकाश यादव, त्रिभुवन प्रजापति, विजयमल, सालिक राजभर ने आरोप लगाते हुए बताया कि जल निगम विभाग अपनी कमजोरी छुपाने के लिए जानबूझकर पानी की सप्लाई नहीं करना चाहता है। वजह ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए जानबूझकर पूरे पाइप लाइन में पूरे प्रेशर पानी की सप्लाई नहीं करना चाहते हैं। ऐसा होने पर पाइप लाइन जगह-जगह फट जाएगी और ठेकेदार का भुगतान रुक जाएगा जिससे जल निगम के अधिकारी कमीशन से वंचित हो जाएंगे। गांव में आर्सेनिक युक्त पानी हैंडपंपों से उगलने के कारण पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष राजेश यादव के काफी प्रयास के बाद पानी टंकी पास कराया गया था। जल निगम के अधिकारी इस परियोजना को दूसरे ग्राम सभा नासीरुद्दीनपुर में स्थापित करा दिए। उस समय ग्रामीणों को जल निगम के अधिशासी अभियंता ने आश्वासन दिया कि शहाबुद्दीनपुर के लोगों को अलग से पाइप लाइन बिछाकर सप्लाई की जाएगी। लेकिन जब सप्लाई चालू हुई तो ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हुआ। इसको लेकर ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है, चेतावनी देते हुए कहा कि अगर समय रहते पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से नहीं किया गया तो ग्रामीणों को सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व संबंधित विभाग की होगी। इस संबंध में जल निगम खंड तीन के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार ने बताया कि अभी पानी टंकी के टे¨स्टग का काम चल रहा है। जब-तक ग्रामीण पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो जाते पानी टंकी ग्राम पंचायत को हैंड ओवर नहीं किया जाएगा। इस कार्य में अधिकतम एक माह का समय लगेगा।