देश की आजादी में मोहम्मद अली जौहर का बड़ा योगदान
गाजीपुर टेढ़ी बाजार स्थित खानकाह दायरा शाह अहमद परिसर में रविवार को अलफलाह इस्लामिक आर्गेनाईजेशन की ओर से देश की आजादी में मौलाना मोहम्मद अली जौहर के योगदान को याद किया गया। इस मौके उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब के शेरों से कौम को सीख लेने की सलाह दी गई।
जासं, गाजीपुर : टेढ़ी बाजार स्थित खानकाह दायरा शाह अहमद परिसर में रविवार को अलफलाह इस्लामिक आर्गेनाईजेशन की ओर से देश की आजादी में मौलाना मोहम्मद अली जौहर के योगदान को याद किया गया। इस मौके उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब के शेरों से कौम को सीख लेने की सलाह दी गई।
वक्ताओं ने कहा कि मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान दिया। इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। लोगों को इनकी कुर्बानियों को याद करना चाहिए। कहा कि उर्दू जबान मिल्लत, मोहब्बत और भाईचारा को बढ़ावा देने में क्या किरदार अदा करती है मिर्जा गालिब ने अपनी कविताओं से लोगों को परिचित कराया । इस दौरान बादशाह राही, खालिद गाजीपुरी, साथी गाजीपुरी, हंटर गाजीपुरी ने अपने शेरों से लोगों को मिल्लत मोहब्बत का पैगाम दिया। इस मौके पर मौलाना फरीद अख्तर कादरी, मौलाना असगर कादरी, मौलाना अफजल कादरी, मौलाना सरफुद्दीन, अबू फखर खान, हाजी मोहम्मद हाशिम, हमीदुल्लाह कादरी, जावेद अहमद, इश्तियाक खान, मोइनुद्दीन कादरी आदि थे। अध्यक्षत मौलाना अरशद कादरी एवं संचालन मोहम्मद शहाबुद्दीन ने किया।