Move to Jagran APP

देश की आजादी में मोहम्मद अली जौहर का बड़ा योगदान

गाजीपुर टेढ़ी बाजार स्थित खानकाह दायरा शाह अहमद परिसर में रविवार को अलफलाह इस्लामिक आर्गेनाईजेशन की ओर से देश की आजादी में मौलाना मोहम्मद अली जौहर के योगदान को याद किया गया। इस मौके उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब के शेरों से कौम को सीख लेने की सलाह दी गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 07:55 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 06:08 AM (IST)
देश की आजादी में मोहम्मद अली जौहर का बड़ा योगदान
देश की आजादी में मोहम्मद अली जौहर का बड़ा योगदान

जासं, गाजीपुर : टेढ़ी बाजार स्थित खानकाह दायरा शाह अहमद परिसर में रविवार को अलफलाह इस्लामिक आर्गेनाईजेशन की ओर से देश की आजादी में मौलाना मोहम्मद अली जौहर के योगदान को याद किया गया। इस मौके उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब के शेरों से कौम को सीख लेने की सलाह दी गई।

loksabha election banner

वक्ताओं ने कहा कि मौलाना मुहम्मद अली जौहर ने आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान दिया। इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। लोगों को इनकी कुर्बानियों को याद करना चाहिए। कहा कि उर्दू जबान मिल्लत, मोहब्बत और भाईचारा को बढ़ावा देने में क्या किरदार अदा करती है मिर्जा गालिब ने अपनी कविताओं से लोगों को परिचित कराया । इस दौरान बादशाह राही, खालिद गाजीपुरी, साथी गाजीपुरी, हंटर गाजीपुरी ने अपने शेरों से लोगों को मिल्लत मोहब्बत का पैगाम दिया। इस मौके पर मौलाना फरीद अख्तर कादरी, मौलाना असगर कादरी, मौलाना अफजल कादरी, मौलाना सरफुद्दीन, अबू फखर खान, हाजी मोहम्मद हाशिम, हमीदुल्लाह कादरी, जावेद अहमद, इश्तियाक खान, मोइनुद्दीन कादरी आदि थे। अध्यक्षत मौलाना अरशद कादरी एवं संचालन मोहम्मद शहाबुद्दीन ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.