Move to Jagran APP

टेल तक नहीं पहुंच रहा माइनर का पानी, किसान परेशान

जासं जमानियां (गाजीपुर) दिलदारनगर-देवैथा रजवाहा से निकली करमहरी माइनर की बदहाल दशा से किसान परेशान हैं। साफ-सफाई न होने से माइनर में झाड़-झंखाड का अंबार लगा हुआ है। झाड़ियों की बहुलता से खेतों तक माइनर का पानी ले जाने में किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। 1100 मीटर लंबी माइनर से करमहरी और ढेकही गांव के किसान फसलों की सिचाई करते हैं लेकिन साफ सफाई न होने से माइनर अपनी उपयोगिता सिद्ध नहीं कर पा रही है। सैकड़ों बीघा फसल की सिचाई बाधित हो रही है। कई बार मांग करने के बाद भी सिचाई विभाग के अधिकारियों से मात्र कोरा आश्वासन मिलने के बाद किसानों में विभाग के खिलाफ गहरा आक्रोश है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 07:55 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 06:08 AM (IST)
टेल तक नहीं पहुंच रहा माइनर का पानी, किसान परेशान
टेल तक नहीं पहुंच रहा माइनर का पानी, किसान परेशान

जासं, जमानियां (गाजीपुर) : दिलदारनगर-देवैथा रजवाहा से निकली करमहरी माइनर की बदहाल दशा से किसान परेशान हैं। साफ-सफाई न होने से माइनर में झाड़-झंखाड का अंबार लगा हुआ है। झाड़ियों की बहुलता से खेतों तक माइनर का पानी ले जाने में किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। 1100 मीटर लंबी माइनर से करमहरी और ढेकही गांव के किसान फसलों की सिचाई करते हैं, लेकिन साफ सफाई न होने से माइनर अपनी उपयोगिता सिद्ध नहीं कर पा रही है। सैकड़ों बीघा फसल की सिचाई बाधित हो रही है। कई बार मांग करने के बाद भी सिचाई विभाग के अधिकारियों से मात्र कोरा आश्वासन मिलने के बाद किसानों में विभाग के खिलाफ गहरा आक्रोश है।

loksabha election banner

रविद्र गिरी, संजय गुप्ता, धनेश्वर यादव, रामजी यादव, रामदेव प्रजापति आदि किसानों ने कहा कि साफ-सफाई न होने से फसल की सिचाई करने में भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। माइनर की तलहटी की साफ-सफाई के लिए हर वर्ष लाखों रुपये का बजट आता है, लेकिन धन का बंदरबांट करने से माइनर बदहाल है। माइनर की सफाई न होने से किसानों को माइनर का समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। सिचाई विभाग के ढुलमुल रवैए से किसान परेशान हैं। माइनर की सफाई न होने से पानी मंद रफ्तार से आता है और ढेकही गांव तक पानी रह जाता है। टेल तक पानी नहीं पहुंचने से धान की फसल खेतों में रोपने के लिए किसान परेशान हो जाते है। ऐसे में सिचाई के लिए पंपिगसेट का सहारा लेना पड़ता है। सिचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। सिचाई निर्माण खंड, वाराणसी के सहायक अभियंता फूलचंद्र मौर्य ने कहा कि विभाग के पास बजट नहीं है, इसके कारण नहर की सफाई नहीं हो पा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.