सर्द हवा से बढ़ी गलन, कांपते रहे लोग
सर्द हवा के साथ ठिठुरन लोगों के लिए आफत बन गई है।
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : सर्द हवा के साथ ठिठुरन लोगों के लिए आफत बन गई है। सोमवार को दोपहर बाद निकली हल्की धूप ने भी गलन से कोई राहत नहीं दी। ठंड से लोगों के दिनभर हाथ पैर सुन्न होते रहे। लोगों ने इससे बचने के लिए आग का सहारा लिया। जिन लोगों का बाहर कोई आवश्यक कार्य नहीं था, वह घर से बाहर नहीं निकले। राहगीरों ने चाय की चुस्की के साथ दुकानों पर आग की भट्ठियों पर आग तापते देखे गए। अधिकतम तापमान 17 व न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम में आद्रता 69 फीसद रहा। इससे दिन भर मौसम में नमी महसूस की गई।
मुहम्मदाबाद : पछुवा हवा के चलते पारा काफी नीचे लुढ़कने से सोमवार का दिन काफी ठंडा रहा। गलन भरी ठंड से लोग ठिठुरते नजर आ रहे थे। नगर पालिका के अध्यक्ष समीम अहमद ने बताया कि पालिका की ओर से करीब 40 जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है।
जखनिया: बर्फीली हवा से पूरे दिन लोग ठिठुरते रहे। शासन से अलाव जलवाने के आदेश के बाद भी बाजारों में सार्वजनिक स्थलों पर कहीं अलाव नहीं दिखा। ठंड से राहत पाने के लिए दुकानदार पुराना बोरा, कार्टून आदि जला रखे थे।
माघी स्नान दान पर्व शुरू
खानपुर : क्षेत्र के गंगा व अन्य सहायक नदियों में सोमवार को पौष पूर्णिमा स्नान के बाद आज से महीने भर चलने वाला माघी स्नान प्रारंभ हो गया है। माघ शुक्ल पूर्णिमा 16 फरवरी को दांडा रोपिणी पूर्णिमा के साथ पूर्ण होगा। खानपुर के अयोध्या पंडित बताते हैं कि माघ महीने में समस्त पवित्र नदियों के तटों पर मेले का आयोजन होता है, जहां लोग दूर-दूर से पुण्य अर्जित करने पहुंचते हैं। धार्मिक और आध्यात्मिक ²ष्टि से माघ स्नान को मोक्ष प्रदाता कहा गया है। कोरोना के संक्रमण काल में नदियों के तट पर जाकर स्नान करना संभव नहीं है, इसलिए अपने घर में ही पवित्र नदियों के स्नान का पुण्य प्राप्त किया जा सकता है।
फसल को लेकर किसान चिंतित
मौसम में प्रतिदिन परिवर्तन से किसान चितित हैं। इस मौसम का सबसे अधिक असर आलू व चना की फसल पर पड़ेगा। आलू में पछेती झुलसा तो चने में फली छेदक रोग लगने की आशंका है। पशुपालकों के सामने पशुओं को इस गलन भरी ठंड से बचाने की समस्या है। पशुपालक किसी तरह आग जलाकर पशुओं को ठंड से बचा रहे हैं।