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शहादत दिवस जिले का ही नहीं पूरे देश का पर्व : ब्रिगेडियर

गाजीपुर परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का 54वां शहादत दिवस धामूपुर शहीद पार्क में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यअतिथि सेना के ब्रिगेडियर कुंवर विरेंद्र सिंह ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता का मनाया जा रहा यह पर्व जिले ही नहीं पूरे देश का है। इससे युवाओं को प्रेरणा व संकल्प लेने की जरुरत है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 10:49 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 06:27 AM (IST)
शहादत दिवस जिले का ही नहीं पूरे देश का पर्व : ब्रिगेडियर
शहादत दिवस जिले का ही नहीं पूरे देश का पर्व : ब्रिगेडियर

जासं, गाजीपुर : परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का 54वां शहादत दिवस धामूपुर शहीद पार्क में धूमधाम से मनाया गया। मुख्यअतिथि सेना के ब्रिगेडियर कुंवर विरेंद्र सिंह ने कहा कि परमवीर चक्र विजेता का मनाया जा रहा यह पर्व जिले ही नहीं पूरे देश का है। इससे युवाओं को प्रेरणा व संकल्प लेने की जरूरत है। वीर अब्दुल हमीद की कहानी स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए ताकि उसे पढ़कर और बच्चे भी उनकी तरह साहसी बन सकें। इससे पहले शहीद को आर्मी बैंड के साथ गाड आफ आनर दिया गया है और ब्रिगेडियर ने उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित की।

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शहीद की पत्नी रसूलन बीबी के बिना यह पहला पुण्यतिथि समारोह था। शहीद पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के गणमान्य लोगों के साथ आसपास गांवों में रहने वाले बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने इसमें हिस्सेदारी की। ब्रिगेडियर वीर अब्दुल हमीद की वीरता से काफी प्रभावित थे। कहा कि आज ही के दिन उन्होंने अमेरिकी पैटन टैंकों को ध्वस्त किया था। आर्मी में होने की वजह से मैं यह महसूस कर सकता हूं कि साधारण गन से अमेरिकी पैटन टैंक को तोड़ना, वह भी पांच-पांच बहुत ही मुश्किल काम था लेकिन वीर अब्दुल हमीद ने इसे कर दिखाया। इससे युद्ध का पूरा परि²श्य ही बदल गया। ऐसे वीरों को जन्म देकर यहां की माटी भी धन्य हो गई है। हमें ही नहीं पूरे देश को उन पर गर्व है। मैं यहां छह वर्ष बाद आया हूं। यहां का ²श्य देखकर काफी खुशी हो रही है कि पहले की अपेक्षा यहां काफी विकास हुआ है।

जवानों को किसानों से जोड़ा

: कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि व भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत वीर अब्दुल हमीद की वीरता से काफी प्रभावित दिखे। इस किसान नेता ने देश की सीमा की रक्षा कर रहे जवानों व खेत में काम कर रहे जवानों का एक साथ जोड़ा। कहा कि शहीद व सैनिक परिवारों को हमारे यहां काफी इज्जत होती है और देनी भी चाहिए।

शीघ्र ही खुलेगी आर्मी कैंटीन

- जिले में पहले से संचालित आर्मी कैंटीन को बंद नहीं किया गया है। कुछ तकनीकी कारणों से केवल इसका संचालन कुछ दिन के लिए रोका गया है। शीघ्र ही इसका संचालन फिर से शुरू हो जाएगा। परमवीर चक्र विजेता के जिले में एक आर्मी स्कूल होना चाहिए ताकि यहां के बच्चे देश सेवा के लिए और बेहतर सुविधा और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। इसके लिए मैं हर जगह आवाज उठा रहा हूं। कार्यक्रम में आए क्षेत्रीय सांसद अफजाल अंसारी से भी में चाहूंगा कि वह यहां एक आर्मी स्कूल खोलवाने में मदद करें।

- कुंवर विरेंद्र सिंह, ब्रिगेडियर।


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