वकीलों का आंदोलन समाप्त, कचहरी गुलजार
करीब एक पखवाड़े से न्यायिक अधिकारियों व वकीलों के बीच चल रहे गतिरोध पर मुख्य न्यायमूर्ति डीबी भोसले के आश्वासन के बाद गुरुवार को विराम लग गया। आंदोलन के समाप्त होते ही एक बार फिर कचहरी परिसर जहां गुलजार हो गया वहीं न्यायिक अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
जासं, गाजीपुर: करीब एक पखवाड़े से न्यायिक अधिकारियों व वकीलों के बीच चल रहे गतिरोध का अंतत: गुरुवार को पटाक्षेप हो गया। दोपहर बाद वकील काम शुरू कर दिए तो कचहरी भी गुलजार हो गई। मुख्य न्यायमूर्ति डीबी भोसले के आश्वासन पर यह निर्णय हुआ। सिविल बार एसोसिएशन की आम सभा की हुई बैठक में निर्णय लेने के साथ सूचना जनपद न्यायाधीश को भेज दिया गया।
जिला जज चंद्रशेखर प्रसाद के कथित रवैए से नाराज अधिवक्ता बीते 18 सितंबर से सभी न्यायिक अधिकारियों के न्यायालय का पूर्ण बहिष्कार करने के साथ धरनारत थे। बीते 3 अक्टूबर को सिविल बार एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल इलाहाबाद मुख्य न्यायमूर्ति व प्रशासनिक न्यायमूर्ति से मुलाकातकर जनपद के न्यायालयों के कार्यो से अवगत कराया। साथ ही जिला जज के स्थानांतरण का मांग भी की। इस पर मुख्य न्यायमूर्ति द्वारा यथाशीघ्र समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने अधिवक्ताओं से अपने कार्य पर लौटने का आह्लान किया। मुख्य न्यायमूर्ति से मिलकर वापस आए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अधिवक्ताओं संग बैठकर उनके द्वारा दिए गए आश्वासन की जानकारी दी। इसके बाद वकीलों ने आंदोलन समाप्त कर काम पर वापस लौटने का निर्णय लिया जिससे एक पखवाड़े से सुनसान पड़ी कचहरी दोपहर बाद वादकारियों व अधिवक्ताओं के चहल-पहल से गुलजार हो गई।