विषम परिस्थिति में भी कर्मयोगी बांट रहे अखबार
हाकरों ने किया काम
जासं, गाजीपुर : कोरोना के खौफ में लंबे लॉकडाउन के कारण मजदूर से लेकर सभी लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हो रहे हैं। इन लोगों को जनपद के साथ पूरे राष्ट्र की सटीक जानकारी का एकमात्र साधन समाचार पत्र हैं। सुबह-सुबह अखबार वितरित करने वाले कर्मयोगी अपना काम बखूबी कर रहे हैं। लोग सोशल मीडिया पर आने वाली खबरों पर नहीं, बल्कि समाचार पत्रों की खबरों पर ही सर्वाधिक भरोसा कर रहे हैं। शुक्रवार को दैनिक जागरण ने नगर के कई प्रमुख लोगों से अखबार की विश्वसनीयता तथा कोरोना वायरस से समाचार पत्र की सुरक्षा को लेकर राय ली, सबने अखबारों को सुरक्षित और जनमानस से ज्यादा जुड़ाव वाला बताया। लोगों से अपील भी किया कि अखबारों को लेकर फैलाए जा रहे झूठ पर कतई भरोसा न करें। लोगों ने कहा कि अखबार से ही प्रामाणित जानकारी लोगों को मिलती है। सोशल मीडिया पर अखबार को लेकर आईं भ्रामक सूचनाओं पर हम कतई भरोसा नहीं कर रहे। सुबह सबसे पहले अखबार पढ़ते हैं। जब तक अखबार पढ़ न लें दूसरा कोई काम नहीं करते। यही सबसे भरोसेमंद साथी है। कर्मयोगी त्रिभुवन कुमार व रंजीत ने बताया कि अखबार के प्रत्येक पेज सैनिटाइज होकर पाठकों तक पहुंच रहे हैं। इसलिए अखबार से संक्रमण नहीं फैल सकता। अखबार पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हम लोग हर रोज समय से लोगों तक अखबार पहुंचा रहे हैं।