कर्बला की मंजरकशी देख नम हुईं आंखें
गाजीपुर विशेश्वरगंज स्थित छोटा इमामबाड़ा में रविवार को कर्बला की मंजरकशी (²श्यांकन) देख श्रद्धालुओं की आंखें भर आई। इस मौके पर मजलिस का आयोजन हुआ । इसके बाद लोग कर्बला का दिलसोज मंजर देख द्रवित हो उठे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर नगर के अलावा बाहरी क्षेत्रों से पुरुष एवं महिला जायरीन उपस्थित हुए।
जासं, गाजीपुर : विशेश्वरगंज स्थित छोटा इमामबाड़ा में रविवार को कर्बला की मंजरकशी (²श्यांकन) देख श्रद्धालुओं की आंखें भर आईं। इस मौके पर मजलिस का आयोजन हुआ। इसके बाद लोग कर्बला का दिलसोज मंजर देख द्रवित हो उठे और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर नगर के अलावा बाहरी क्षेत्रों से पुरुष एवं महिला जायरीन उपस्थित हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत दोपहर दो बजे अशफाक हुसैन हसीन की सोजख्वानी से हुई। इसके बाद हलचल गाजीपुरी, फैज गाजीपुरी, कायम हुसैनपुरी, डा. मायल चंदौलवी एवं रोशन बनारसी ने अपने-अपने कलाम पेश किए। इसके बाद शहजहांपुर से आए मौलाना जैगमुल गरबी ने मजलिस को खिताब फरमाया। उन्होंने कहा कि कर्बला के शहीदों से मुहब्बत हमें खास मुकाम और इज्जत देती है। इसके बाद उन्होंने कर्बला के लुटे हुए काफिले की दर्दनाक तकरीर पेश की जिसे सुनकर लोगों की आंखें नम हो गईं। मजलिस के बाद स्थानीय अंजुमन ने नौहा पेश किया। आखिरी तकरीर मौलाना जाबिर हुसैन कुम्मी ने व संचालन बादशाह राही ने किया। श्रद्धालुओं का शुक्रिया उर्फी रिजवी ने किया।