अच्छी नर्सरी पर निर्भर होती है खेती
जासं गाजीपुर कृषि विज्ञान केंद्र पीजी कालेज में प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण रोजगार योजना के तहत तीन दिवसीय प्रवासी श्रमिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को शुरू हुआ। इस दौरान सब्जी एवं फलों की नर्सरी का उत्पादन के बारे में बताया गया। मुख्य अतिथि सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने जनपद के प्रथम आयातक किसान राजकुमार राय व बलिराम सिंह को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से प्रकाशित प्रसार पुस्तिका सब्जियां एवं हमारा स्वास्थ्य एवं सब्जियों की स्वस्थ पौध तैयार करना का विमोचन किया। इस दौरान प्रवासी श्रमिकों को प्रसार पुस्तिका वितरित की गई।
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जासं, गाजीपुर : कृषि विज्ञान केंद्र, पीजी कालेज में 'प्रधानमंत्री ग्रामीण कल्याण रोजगार योजना' के तहत तीन दिवसीय प्रवासी श्रमिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम गुरुवार को शुरू हुआ। इस दौरान सब्जी एवं फलों की नर्सरी का उत्पादन के बारे में बताया गया। मुख्य अतिथि सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने जनपद के प्रथम आयातक किसान राजकुमार राय व बलिराम सिंह को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। इसके बाद उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से प्रकाशित प्रसार पुस्तिका 'सब्जियां एवं हमारा स्वास्थ्य' एवं 'सब्जियों की स्वस्थ पौध तैयार करना' का विमोचन किया। इस दौरान प्रवासी श्रमिकों को प्रसार पुस्तिका वितरित की गई।
'सब्जियों और फलों की नर्सरी उत्पादन तकनीक' विषयक कार्यक्रम में सीडीओ ने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर होने के साथ ही अब संतुलित पोषण की आवश्यकता को महत्व दिया जाने लगा है। भारत में शाकाहार को महत्व दिया जाता है इसलिए सब्जियों का महत्व और भी बढ़ गया है। अन्य फसलों की तुलना में सब्जियों की खेती से प्रति इकाई क्षेत्रफल अधिक आमदनी प्राप्त होती है। पूरी खेती अच्छी नर्सरी के ऊपर ही निर्भर करती है। एक स्वस्थ नर्सरी हेतु गुणवत्तायुक्त बीज का चयन, बीज का शोधन, नर्सरी शोधन करने से सब्जियों एवं फलों की उत्पादन व उत्पादकता बढ़ जाती है। सीनियर साइंटिस्ट एंड हेड डा. विनोद कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बहुउद्देशीय व बहुपयोगी है। बाहर से प्रवासी श्रमिकों (सेवा मित्र) को उनकी रूचि व कौशल के अनुसार प्रशिक्षित कर जिले की योजनाओं में सम्मिलित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कृषि विज्ञान केन्द्र कर रहा है। अपर महाधिवक्ता अजीत कुमार सिंह, बालेश्वर सिंह उप कृषि निदेशक मृत्युंजय सिंह, जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र दुबे, डा. डीके सिंह, डा. एसके सिंह, डा. डीपी श्रीवास्तव, आशीष कुमार वाजपेयी, मनोज कुमार मिश्रा आदि थे। संचालन फसल सुरक्षा विशेषज्ञ ओमकार सिंह ने किया।