Ghazipur News: गोकशों की मदद करने के आरोप में BJP नेता जयप्रकाश गुप्ता पर लगा गैंगस्टर एक्ट, भेजा जेल
Ghazipur News कोतवाली पुलिस ने नगर पालिका परिषद के मनोनीत सभासद व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता को गोकशों की मदद के आरोप में गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध कर दिया। वह 25 जनवरी को गैंगस्टर कोर्ट में हाजिर हुए जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
संवाद सूत्र,जमानियां (गाजीपुर): कोतवाली पुलिस ने नगर पालिका परिषद के मनोनीत सभासद व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता को गोकशों की मदद के आरोप में गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध कर दिया। वह 25 जनवरी को गैंगस्टर कोर्ट में हाजिर हुए जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अभी वह डेढ़ महीने तक जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटकर आए थे।
श्री प्राचीन रामलीला समिति जमानियां के अध्यक्ष व मनोनीत सभासद जयप्रकाश गुप्ता को जमानियां पुलिस ने विभिन्न मामलों के तहत उन्हें गैंगेस्टर एक्ट में निरुद्ध कर दिया था। जिनके खिलाफ न्यायालय द्वारा गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया था। जिसे लेकर वह जिला न्यायालय के गैंगेस्टर कोर्ट में हाजिर हुए और वहां से जेल भेज दिए गए। उधर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष बिजेंद्र राय ने एसपी ओमवीर सिंह से मिलकर इस मामले की जांच निष्पक्ष जांच की मांग की।
यह था पूरा मामला
दरअसल, पूर्व में जमानियां कोतवाल वंदना सिंह ने भाजपा नेता जयप्रकाश गुप्ता को पशु तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगाकर जेल भेज दिया था, जिसमें वह डेढ़ माह तक जेल में रहे। भाजपा नेता व कमेटी अध्यक्ष को जेल भेजने के विरोध में तब रामलीला कमेटी ने रामलीला का मंचन बंद कर दिया था। इसके बाद कोतवाल ने दूसरे को जबरिया अध्यक्ष मनोनीत कर रामलीला कराया था। हालांकि, अगले दिन मनोनीत नए अध्यक्ष ने त्यागपत्र दे दिया था। पत्नी ने फर्जी कार्रवाई के विरोध में धरना भी दिया था। भाजपा नेता को जेल भेजने के मामले में कोतवाल पर कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल तत्कालीन एसपी रोहन पी बोत्रे से मिला था। यह मामला प्रदेश स्तर तक पहुंचा था। प्रदेश नेतृत्व ने कोर कमेटी को निर्णय लेने का निर्देश दिया था, लेकिन कोतवाल की सियासी पकड़ के आगे जिले के पुलिस अफसर व पार्टी के नेता चुप्पी साधे हैं। दरअसल वह वाराणसी जनपद के भाजपा के सहयोगी दल के विधायक की पत्नी हैं।
आवाज दबाने को फर्जी कार्रवाई कर रही है पुलिस
जयप्रकाश की पत्नी गीता देवी ने आरोप लगाया है कि कोतवाल वंदना सिंह पहले तो मेरे पति के ऊपर पशु तस्करों को संरक्षण देने का फर्जी मुकदमा लिखकर जेल भेज दिया। पुनः जेल से छूट के आने के बाद बदले की भावना में विरोधियों से मिलकर विभिन्न मामलों में गैंगस्टर एक्ट में निरुद्ध किया। पुलिस जितना भी जुल्म करे लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठती रहेगी। उम्मीद है कि हम लोगों को न्याय जरूर मिलेगा। उनके पति ने खुद पुलिस के गोतस्करी की शिकायतें पुलिस अधिकारियों से की थी। इसके वीडियो भी हैं।