जलस्तर स्थिर, खतरे के निशान से दूर हैं गंगा
गाजीपुर गंगा का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है। खतरे के निशान से गंगा अभी बहुत दूर है। हालांकि बीती रात धीरे-धीरे बढ़ाव जारी था लेकिन सुबह छह बजे से जलस्तर रूका हुआ है। दोपहर दो बजे गंगा का जलस्तर 55.3
फोटो- 18सी। जागरण संवाददाता, गाजीपुर : गंगा का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है। खतरे के निशान से गंगा अभी बहुत दूर है। हालांकि बीती रात से धीरे-धीरे बढ़ाव जारी था लेकिन सुबह छह बजे से जलस्तर रुका हुआ है। दोपहर दो बजे गंगा का जलस्तर 55.380 मीटर रिकार्ड किया गया, जबकि खतरे का निशान 63. 105 मीटर है। जलस्तर के रुकने से तटवर्ती इलाकों के लोगों ने राहत की सांस ली है।
बारिश होने के कारण गंगा में उथल-पुथल शुरू हो चुकी है। धीरे-धीरे जलस्तर में बढ़ा शुरू हो चुका है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती इलाकों के लोगों की धुकधुकी बढ़ गई है। हालांकि रफ्तार कम होने के कारण उनमें राहत है, लेकिन गंगा में आने वाले सैलाब को लेकर उनमें भय बना हुआ है। सबसे अधिक दिक्कत कटान प्रभावित क्षेत्रों की है। कई स्थानों पर ठोकर का निर्माण हो चुका है, लेकिन यह कितना कारगर साबित होगा उस पर संशय बना हुआ है। केंद्रीय जल आयोग कार्यालय के प्रभारी हसनैन ने बताया कि बीती रात में दो घंटा प्रति सेमी की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा था लेकिन सुबह से जलस्तर स्थिर बना हुआ है। अभी जलस्तर स्थिर बनी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।