Move to Jagran APP

प्याज भंडारण, केले व पैक हाउस के लिए मिल रहा अनुदान

गाजीपुर उद्यान विभाग की ओर से प्याज भंडारण गृह पैक हाउस केले की खेती बागवानी के तहत अरमरुद औषधी की खेती छोटा ट्रैक्टर आदि पर अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए आप आनलाइन आवेदन कर इसका लाभ ले सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Sep 2019 05:02 PM (IST)Updated: Sun, 01 Sep 2019 05:02 PM (IST)
प्याज भंडारण, केले व पैक हाउस के लिए मिल रहा अनुदान
प्याज भंडारण, केले व पैक हाउस के लिए मिल रहा अनुदान

जासं, गाजीपुर : उद्यान विभाग की ओर से प्याज भंडारण गृह, पैक हाउस, केले की खेती, बागवानी के तहत अमरूद, औषधि की खेती, छोटा ट्रैक्टर आदि पर अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए आप आनलाइन आवेदन कर इसका लाभ ले सकते हैं। इसमें अनुसूचित जाति, जनजाति व महिलाओं के लिए विशेष लाभ दिया जा रहा है। जिले में अभी भी प्याज भंडारण गृह, पैक हाउस, अमरूद के बागवानी का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है। इच्छुक लोग इसका लाभ उठा सकते हैं। केले की खेती के लिए एक हेक्टेयर पर 40 हजार तो वहीं छोटा ट्रैक्टर के लिए अनुसूचित जाति, जनजाति एवं महिला को एक लाख रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। यह जानकारी जिला उद्यान अधिकारी डा. शैलेंद्र दुबे ने दी। वह रविवार को दैनिक जागरण प्रश्न पहर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान सबसे अधिक सवाल केले की खेती के प्रति जानकारी लेने के लिए आए।

loksabha election banner

कुछ ऐसे आए सवाल :

सवाल : केला की खेती करना चाहते हैं। इसमें कितना और कैसे अनुदान मिलता है?

जवाब : इसके लिए पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसका सत्यापन करने के बाद 40 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर का अनुदान मिलता है। 30 हजार पहले वर्ष और 10 हजार दूसरे वर्ष।

सवाल : बागवानी के तहत केले की खेती के लिए बीज मिलता है क्या?

जवाब : जी नहीं। बीज आपको स्वयं खरीदना होगा। आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराते समय फर्म का नाम दिया रहता है, आप जिससे चाहे खरीद सकते हैं।

सवाल : मधुमक्खी पालन के लिए क्या कोई योजना है?

जवाब : इसके लिए आपको पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। 50 बाक्स और एक मधु निष्कासन यंत्र क्रय करना होगा। 78 हजार रुपये का इसी पर अनुदान मिलता है।

सवाल : आम के पेड़ का बागीचा लगाना चाहते है। इसपर अनुदान है क्या?

जवाब : इसपर कोई अनुदान नहीं है। 10/10 मीटर की दूरी पर पौधा लगाएं। अमरूद के बगान पर अनुदान है, जिसका लक्ष्य पूरा हो गया है।

सवाल : छोटा ट्रैक्टर लेना चाहते हैं, इस पर कितना अनुदान मिलेगा?

जवाब : पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। महिला के नाम पर खेत है और उनके नाम पर छोटा ट्रैक्टर लेंगे तो एक लाख और अपने नाम पर लेंगे तो 80 हजार का अनुदान मिलेगा।

सवाल : मेरा आम का पौधा सूख रहा है क्या करें?

जवाब : सूक्ष्म तत्व की कमी के कारण सूख रहा है। 100 ग्राम कापर, बोरान, जिक का मिश्रण डाले यह रोग समाप्त हो जाएगा।

सवाल : बोरिग कराना चाहते हैं, कोई योजना है क्या?

जवाब : उद्यान विभाग में ऐसी कोई योजना नहीं है। इसके लिए आपको कृषि विभाग से संपर्क करना होगा।

सवाल : रोटावेटर लेना चाहते हैं कोई अनुदान है क्या?

जवाब : रोटावेटर पर नहीं पावर ट्रिलर पर है। रोटावेटर के लिए कृषि विभाग से संपर्क करें।

सवाल : अगेती आलू बोना चाहते हैं। आपके यहां बीज मिल जाएगा?

जवाब : अगैती आलू का बीज अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में मिलना थोड़ा मुश्किल है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी के लिए कार्यालय में आकर सम्पर्क करें।

सवाल : फल और औषधीय पौधे उपलब्ध होते हैं क्या?

जवाब : पौधा उपलब्ध नहीं होता है। अब डीबीटी सिस्टम हो गया है। सत्यापन के बाद अनुदान सीधे खाते में भेजा जाता है।

इन्होंने किए सवाल

अरविद यादव-मनझरिया, अरुण कुमार सिंह-मैनपुर, दयाशंकर मिश्रा-शिवदासीचक, शशिकांत राय-मलिकपुरा, शिवप्रकाश दुबे-सराय गोकुल, भगवती सिंह यादव-बहेरी, सुरेंद्र तिवारी-नसरतपुर, जयप्रकाश राय-खरडीहां, आशीष दुबे-विद्यापारा, बोलश्वर वर्मा-मिश्रबाजार, दीवाकर दुबे-करंडा, प्रशात सिंह-सैदपुर, ब्रह्मचारी जी-सैदपुर, बृजेश सिंह-जंगीपुर, योगेश राय-मुहम्मदाबाद।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.