निचले इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी, प्रशासन अलर्ट
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : गंगा एवं कर्मनाशा का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का
जागरण संवाददाता, गाजीपुर : गंगा एवं कर्मनाशा का जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। जलस्तर में बढ़ाव को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। गंगा का जलस्तर दो सेमी प्रति घंटा की रफ्तार से गंगा बढ़ रहा है। बुधवार की तीसरे पहर तीन बजे तक गंगा का जलस्तर 62.300 मीटर रिकार्ड किया गया। गंगा अब खतरे के निशान 63.105 मीटर से मात्र कुछ ही दूरी पर रह गई है। उधर कर्मनाशा भी उफनाने लगी है। उसका पानी रिहायशी इलाकों में दाखिल हो गया है। कर्मनाशा के तटवर्ती इलाकों के कई गांव चारों ओर पानी से घिर गएहैं। इसके चलते सैकड़ों बीघा खेत जलमग्न हो गए हैं।
बीते कुछ दिनों से गंगा में बढ़ने की तेजी से लोगों में दहशत व्याप्त है। गंगा अब खतरे के निशान से मात्र कुछ ही सेमी दूर हैं। उधर निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। केंद्रीय जल आयोग के स्थलीय प्रभारी हसनैन ने बताया कि बीती रात पांच सेमी प्रति घंटे की गति से गंगा बढ़ रही थीं जो दूसरे दिन कम होकर दो सेमी प्रति घंटे पर आकर सिमट गई हैं।
रेवतीपुर : बाढ़ का पानी रेवतीपुर, कामाख्याधाम मार्ग पर नगदिलपुर से आगे पुलिया के पास सड़क पर चढ़ गया है जिससे आवागमन मे परेशानी हो रही है। बाढ़ की वजह से हसनपुरा, वीरऊपुर, नसीरपुर, अठहठा, नगदिलपुर, रामपुर, कल्यानपुर सहित स्थानीय किसान परेशान हैं। अठहठा मे सैकडों बीघा धान की फसल डूब गयी है।
जमानियां : गंगा की लहरें उफान मार रही हैं। कर्मनाशा का पानी अपने तट को छोड़कर खेतों और आबादी क्षेत्रों में प्रवेश करने लगा है। गंगा के तटवर्ती गांव हरपुर, कालनपुर, ताजपुर मांझा, जीवपुर, मतसा, मंझरिया, चितावनपट्टी, मलसा, भगरिथपुर, घाटमपुर, चक मेदनी नंबर एक, गरुवा मकसूदपुर, सरैया, डुहिया, ताड़ीघाट, कालुपुर, बवाड़े सहित गंगा के दियारा में बाढ़ का पानी बढ़ने से ग्रामीण काफी भयभीत हैं। कर्मनाशा नदी का पानी अपने तट को छोड़कर खेतों और आबादी क्षेत्रों में प्रवेश करने लगा। इससे गायघाट, रायपुर, धुस्का, दाउदपुर, केशरूवा, करमहरी, देवैथा, रोहुणा, रईमला, तियरी, देहुड़ी, दाउदपुर, ताजपुर सहित अन्य गांव में बाढ़ का भय ग्रामीणों को सताने लगा है।
जमानियां में 13 बाढ़ चौकी स्थापित
- उपजिलाधिकारी विनय कुमार ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए गंगा एवं कर्मनाशा के किनारे 13 बाढ़ चौकियों को स्थापित किया गया है। बाढ़ के आशंका वाले गांव को इन चौकियों से संबद्ध कर वहां तैनात कर्मचारियों को हालात पर नजर बनाए रखने कड़ा निर्देश दिया गया है।
गंगा किनारे की यह है बाढ़ चौकियां
- जूनियर हाई स्कूल ताजपुर मांझा, इंटर कालेज जीवपुर, प्राथमिक विद्यालय मलसा, उच्च प्राथमिक विद्यालय गरूवा मकसूदपुर, पंचायत भवन सरैया डुहिया, ताड़ीघाट रेलवे स्टेशन, श्रीकृष्ण इंटर कालेज डेढ़गांवा, साधन सहकारी समिति देवरिया सब्बलपुर में चौकी स्थापित की गई है। बुधवार को उपजिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता ने गंगा नदी के तटवर्ती गांवों का जायजा लिया। तहसीलदार आलोक कुमार ने गंगा व कर्मनाशा किनारे बने बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। हर चौकी पर आठ-आठ घंटे के शिफ्ट में तीन कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
कर्मनाशा किनारे बनाई गई यह बाढ़ चौकियां
- प्राथमिक विद्यालय देवैथा, आदित्य इंटर कालेज दाउदपुर, जूनियर हाईस्कूल बरुईन में बाढ़ चौकी स्थापित की गई है।
उपजिलाधिकारी ने गंगा नदी में बंद कराया नौका संचालन
जमानियां : गंगा में लगातार पानी बढ़ने के चलते प्रशासन ने नाव संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। कोतवाली क्षेत्र के नगर पालिका परिषद स्थित मुन्नन घाट पर मंगलवार की रात्रि 7:30 बजे नाव के संचालन होने की सूचना पर उप जिलाधिकारी के निर्देश पर पहुंची पुलिस ने एक नाव को सीज किया तथा दो नाविकों को पकड़कर कोतवाली लायी। उप जिलाधिकारी विनय कुमार गुप्ता ने बताया कि गंगा नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर नौका का संचालन पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है।