ग्रामीण इलाकों में दिखने लगा कोरोना का डर
जासं बारा (गाजीपुर) कोरोना वायरस का डर धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। घर-परिवार से लेकर बाजार व चट्टी चौराहों पर ऐसी खतरनाक बीमारी को लेकर चर्चा बनी हुई है। स्थिति तो यह हो गई है कि लोग एक दूसरे से हाथ मिलाने से कतराने लगे हैं। बहुत सारे लोग समझ ही नहीं पा रहे हैं कि यह कैसा वायरस है और बचाव के लिए क्या क्या करना चाहिए।
जासं, बारा (गाजीपुर) : कोरोना वायरस का डर धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। घर-परिवार से लेकर बाजार व चट्टी चौराहों पर ऐसी खतरनाक बीमारी को लेकर चर्चा बनी हुई है। स्थिति तो यह हो गई है कि लोग एक दूसरे से हाथ मिलाने से कतराने लगे हैं। बहुत सारे लोग समझ ही नहीं पा रहे हैं कि यह कैसा वायरस है और बचाव के लिए क्या-क्या करना चाहिए।
इधर बाजार में मास्क की बिक्री को लेकर तेजी आ गई है। लोग अब एहतियात के तौर पर मास्क लगाकर घरों से निकल रहे हैं। इसके चलते सबसे अधिक चिकन के व्यवसाय पर प्रभाव पड़ता दिख रहा है। मुर्गा व्यवसायी हैदर खां ने बताया कि पहले एक दिन में जहां दस-दस क्विटल चिकन बिक जाता था, वहीं अब इसकी बिक्री 30 से 40 किलो हो गई है। लोग इसका सेवन करने से कतराने लगे हैं। कोरोना वायरस को लेकर हर कोई दहशत में दिखाई दे रहा हैं। रविद्र श्रीवास्तव ने बताया कि खौफ हर तरफ दिखाई देने लगा है। पूर्व प्रधान मंजूर खां ने बताया कि वायरस से बचने के लिए लोगों में जागरुकता काफी जरूरी है।