बिजली व पानी के लिए किसान परेशान
जासं, बहरियाबाद (गाजीपुर): अब तक मानसून के न आने व स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से मात्र छह-सात घं
जासं, बहरियाबाद (गाजीपुर): अब तक मानसून के न आने व स्थानीय विद्युत उपकेंद्र से मात्र छह-सात घंटे बिजली आपूर्ति होने से सभी परेशान हैं। बिजली कटौती से पेयजल तक की समस्या उत्पन्न हो गई है। जलस्तर नीचे चला गया है व हैंडपंप पानी छोड़ चुके हैं। जलाशय पूरी तरह से सूख चुके हैं। जो छह-सात घंटे बिजली मिलती है वह भी लो-वोल्टेज होती है। इसके चलते स्थानीय जल निगम द्वारा जलापूर्ति लगभग ठप है। ऐसे हालात में लोगों को पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और वह काफी दूर से पानी लाने को लोग विवश हैं। वहीं दूसरी ओर मानसून अब तक न आने से किसानों को नर्सरी बचाने की ¨चता सताने लगी है। धान की नर्सरी रोपाई के लिए तैयार है। बरसात न होने से किसान 70 रुपये प्रति लीटर डीजल खरीदकर प¨म्पग सेट से पानी लेकर धान की रोपाई कर रहे हैं। पं¨पग सेट से समुचित पानी न आने से किसानों को पानी काफी महंगा पड़ रहा है। किसान राकेश ¨सह, अंगद ¨सह, मानिकराज ¨सह आदि का कहना है कि पानी के अभाव में तैयार धान रोपाई पूरी तरह से बाधित है। रायपुर के किसान प्रमेश यादव ने बताया कि 11 घंटे पं¨म्पग सेट चलाने पर डेढ़ बीघा खेत में रोपाई के लिए पर्याप्त जल हो जाता था लेकिन जल स्तर नीचे चले जाने से उक्त समय में मात्र 10-12 बिस्वा खेतों में ही पानी हो पा रहा है। इस प्रकार मात्र रोपाई के पानी पर ही तीन गुना खर्च हो रहा है। बहरियाबाद के किसान रामव्रत कुशवाहा व बबुरा के किसान बंशराज यादव ने बताया कि बारिश नहीं हुई तो अरहर, मक्का, पशुओं का चारा आदि की खेती बर्बाद हो जाएगी। किसान बिजली आपूर्ति सही ढंग से न होने से आक्रोशित हैं। किसानों का कहना है कि बिजली आपूर्ति मात्र छह-सात घंटे होती है। उस दरम्यान भी वोल्टेज लो रहता है। उन्होंने चेतावनी दी कि शीघ्र ही सही वोल्टेज के साथ बिजली आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो विशाल धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। ----------------
सूखा पड़ा है गहमर पश्चिमी पंप कैनाल
बारा : बारिश न होने से किसान परेशान हैं। धान की रोपाई का काम भी धीमा पड़ गया है। अब तक गहमर पश्चिमी पंप कैनाल में पानी नहीं छोड़ा गया है। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है। बारिश का मौसम शुरू हुए महीने भर से ज्यादा समय बीतने को है लेकिन अभी भी किसान बारिश को तरस रहे हैं। मौसम विभाग के अधिकारियों ने इस बार अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की थी। बारिश न होने से क्षेत्र में सूखे जैसे हालात हैं। बढ़ती गर्मी और उमस के चलते रात को लोग चैन से सो भी नहीं पा रहे हैं। बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं गर्मी से सभी बेहाल हैं। बारिश न होने से धान की रोपाई थम गई है। खेतों में नर्सरी मुरझाने लगी है।